सांवरिया तेरी याद में अमृता दीक्षित
खुद ही रुलाता है,
और खुद ही मुस्कुराता है,
यही हाल होता है कान्हा,
जब तुमसे कोई दिल लगाता है,
ढूंढती हूँ जिसे यहाँ से वहाँ,
ढूंढती हूँ जिसे यहाँ से वहाँ,
कोई कह दे, है मेरा कान्हा कहाँ,
कोई कह दे, है मेरा कान्हा कहाँ,
सूना सूना ये लगता सारा जहाँ,
कोई कह दे, है मेरा कान्हा कहाँ,
कोई कह दे, है मेरा श्याम कहाँ,
कोई कह दे, है मेरा कान्हा कहाँ,
पूँछ के देख लिया मैंने,
फूल कलियों से,
पूँछ के देख लिया मैंने,
फूल कलियों से,
यमुना की लहरें कदम की छैंयाँ,
गोकुल की गलियों से,
करके इन्तजार रह गई तन्हा,
कोई कह दे, है मेरा श्याम कहाँ,
कोई कह दे, है मेरा कान्हा कहाँ,
आ भी जाओ,
के बिना तेरे दिल नहीं लगता,
तू न देखे तो,
ये शृंगार भी नहीं सजता,
आ भी जाओ,
के बिना तेरे दिल नहीं लगता,
तू न देखे तो,
ये शृंगार भी नहीं सजता,
मन भी मन मेरा अब मेरा ना रहा,
कोई कह दे, है मेरा श्याम कहाँ,
कोई कह दे, है मेरा कान्हा कहाँ,
तंग करती है मुझको सखियाँ नाम लेके तेरा,
कहती है रोज ये चिला के कहा है श्याम तेरा,
अमृता रोशन कैसा है इम्तेहा ,
कोई कह दे, है मेरा श्याम कहाँ,
कोई कह दे, है मेरा कान्हा कहाँ,
Amrita dixit ने कृष्ण के याद में गया ये खूबसूरत गीत-सांवरिया तेरी याद में Janmastmi Special (2019)
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