Devendra Pathak Ji Bhajan Lyrics Hindi,Ram Bhajan Lyrics in Hindi RaamBhajanLyrics
आयें है जब राम जी दीवानी हो गई,
बैठाया है प्रभु को भूली है काम जी
जीवन धन्य मेरा भी बनायेगे राम जी,
झूठे हो चाहे खटे बेर खाते है राम जी,
लक्ष्मण ने पीछे फेंके देखे न राम जी,
जीवन धन्य मेरा भी बनायेगे राम जी,
द्रोण गिरी पर्वत पे वेर संजीवनी बनी,
लक्ष्मण को लगी शक्ति जाए है हनुमान जी,
जीवन धन्य मेरा भी बनायेगे राम जी,
Devendra Ji Pathak Bhajan Devendra Pathak Bhajanशबरी बुहारे रास्ता आयेंगे राम जी इस भजन से अपने दिन की शुरुवात करें।
शबरी एक भिलनी थी। उसका स्थान प्रमुख रामभक्तों में है। वनवास के समय राम-लक्ष्मण ने शबरी का आतिथ्य स्वीकार किया था और उसके द्वारा प्रेम पूर्वक दिए हुए कन्दमूल फ़ल खाये (कुछ लोग जूठे बेरो का वर्णन करते हैं लेकिन जब मैने रामायण और राम चरित मानस में देखा तो जूठे बेर का वर्णन कही ना था) .. शबरी से प्रसन्न होकर उसे परमधाम जाने का वरदान दिया। शबरी की कथा रामायण, भागवत, रामचरितमानस, सूरसागर, साकेत आदि ग्रंथों में मिलती है। भक्त कवियों ने स्फुट रूप से शबरी की भक्ति निष्ठा का उल्लेख किया है।