अम्बे के हम है दीवाने चले माँ को मनाने भजन

अम्बे के हम है दीवाने चले माँ को मनाने भजन

मुखड़ा:

अम्बे के हम हैं दीवाने,
चले माँ को मनाने,
माँ को मनाने चले,
माँ को मनाने,
माता के दर्शन पाने,
चले माँ के दीवाने,
अम्बे के हम हैं दीवाने,
चले माँ को मनाने।।
अंतरा 1:

पर्वत की चोटी पे डेरा है डाला,
सारे जहां से ये धाम है निराला,
झूमे, नाचे, गाएँ, चले माँ को मनाने,
अम्बे के हम हैं दीवाने, चले माँ को मनाने।।
अंतरा 2:

छोड़ के दुनिया के सब काम हमारे,
माँ की शरण में जाएं हम सारे,
चरणों में सब कुछ लुटाने,
चले माँ को मनाने,
अम्बे के हम हैं दीवाने, चले माँ को मनाने।।
अंतरा 3:

लाल चुनरिया गले में है डाली,
हाथों में लाल ध्वजा देखो कितनी प्यारी,
जयकारा माँ का लगाने,
चले माँ को मनाने,
अम्बे के हम हैं दीवाने, चले माँ को मनाने।।
अंतरा 4:

आँचल पकड़ कोई माँ को मनाए,
झोली फैलाके कोई शीश झुकाए,
वरदान माँ से पाने,
चले माँ को मनाने,
अम्बे के हम हैं दीवाने, चले माँ को मनाने।।
अंतिम मुखड़ा:

अम्बे के हम हैं दीवाने,
चले माँ को मनाने,
माँ को मनाने चले,
माँ को मनाने,
माता के दर्शन पाने,
चले माँ के दीवाने,
अम्बे के हम हैं दीवाने,
चले माँ को मनाने।।
 


अम्बे के हम है दीवाने - Ambe Ke Hum Hai Deewane || Latest Ambe Maa Bhajan 2019 ||
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