बाबा फागण में होगी मुलाकात खाटू नगरी में, सपना देखा था मैंने एक रात खाटू नगरी में, बाबा फागण में होगी मुलाकात खाटू नगरी मे, सपना देखा था मैंने एक रात खाटू नगरी में।
फागण की मस्ती में मेरा सांवरिया, रंग में नहाये भर के गगरिया, केसर इत्र की होगी बरसात खाटू नगरी में, बाबा फागण में होगी मुलाकात खाटू नगरी मे, सपना देखा था मैंने एक रात खाटू नगरी में।
बारी बारी लेगा बाबा सबकी खबरिया, हर एक पे रहती है उसकी नजरिया, घूमे भक्तों के संग दिन रात खाटू नगरी मे, बाबा फागण में होगी मुलाकात खाटू नगरी में, सपना देखा था मैंने एक रात खाटू नगरी में।
श्याम तेरी भक्ति में होके बावरिया, नाचे कमल संग जग ये दुवरिया, कहता टीटू क्या करे करामात खाटू नगरी में, बाबा फागण में होगी मुलाकात खाटू नगरी में, सपना देखा था मैंने एक रात खाटू नगरी में।
हे बाबा श्याम हमारी यही विनती है कि इस फागुन हम खाटू नगरी में आपके दर्शन कर सकें। आपका दरबार सजे, गुलाल के रंग उड़ें, और हम प्रेम में झूम उठें। ऐसा शुभ अवसर हमें भी प्राप्त हो। आपकी होली में रंग और भक्ति का जो अद्भुत संगम होता है, उसमें हमें भी डुबा लीजिए। पैदल यात्रा की हर थकान आपके दरबार में पहुंचकर मिट जाती है, और मन आनंद से भर उठता है। बाबा हम पर कृपा करें कि इस बार भी हम फागुन में खाटू नगरी में मिलें और आपके चरणों में शीश झुका सकें। जय श्री श्याम।
Fagan Me Ho Mulakat | फागण में होगी मुलाकात | Kamal Vashishth | Shyam Dhamal Bhajan