मेरे संग मेरी दादी खड़ी ध्यान भजन
मेरे संग मेरी दादी खड़ी ध्यान रखती मेरा हर घड़ी भजन
मेरे संग मेरी दादी खड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
सारी दौलत के आगे, माँ की ममता है सब से बड़ी,
मेरे संग मेरी दादी खड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
मैया तेरे बिना लागे न रे मनवा,
मुझको क्या है फिकर माँ मेरी तूने देदी जो अपनी शरण,
चाहे कितनी कठिन राह हो लड़खड़ाते ना मेरे कदम,
थाम लेती है बाहें तेरी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
मेरे संग मेरी दादी खड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
अब तो मैया के दर्शन बिना आँख भी लगती बेकार है
प्रीत लगती झूठी सभी सच्चा लगता माँ का प्यार है,
मुझे दुनियाँ की अब क्या पड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
मेरे संग मेरी दादी खड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
मैया तेरे बिना लागे न रे मनवा,
खुशनसीब है सोनू मेरी पाया दादी का दरबार है ,
माँ की चुनड़ी की छाया तले पल रहा मेरा परिवार है,
घर में बरसे ख़ुशी की झड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
मेरे संग मेरी दादी खड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
सारी दौलत के आगे, माँ की ममता है सब से बड़ी,
मेरे संग मेरी दादी खड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
मैया तेरे बिना लागे न रे मनवा,
मुझको क्या है फिकर माँ मेरी तूने देदी जो अपनी शरण,
चाहे कितनी कठिन राह हो लड़खड़ाते ना मेरे कदम,
थाम लेती है बाहें तेरी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
मेरे संग मेरी दादी खड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
अब तो मैया के दर्शन बिना आँख भी लगती बेकार है
प्रीत लगती झूठी सभी सच्चा लगता माँ का प्यार है,
मुझे दुनियाँ की अब क्या पड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
मेरे संग मेरी दादी खड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
मैया तेरे बिना लागे न रे मनवा,
खुशनसीब है सोनू मेरी पाया दादी का दरबार है ,
माँ की चुनड़ी की छाया तले पल रहा मेरा परिवार है,
घर में बरसे ख़ुशी की झड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
मेरे संग मेरी दादी खड़ी, ध्यान रखती मेरा हर घड़ी,
