Shyam Ka Gulam Jab Teri Rahmaton Ka Jaam aaye
श्याम ऐसा ना कोई शाम आये, जब लबों पे तेरा ना नाम आये,
साँस ऐसी ना देने मुझे, सांवरे जो तेरे ना काम आये,
बोझ लगता है मुझको ये जीवन, साँवरे जब तेरा दीदार ना हो,
जिस घडी दिल में ना हो तू मेरे, धड़कनों की मुझे दरकार हो,
दूर मुझसे तू तुम्हारा प्यार ना हो, मेरे विशवास की भी हार ना हो,
प्यास बुझती है आत्मा की मेरी, जब तेरी रहमतों का जाम आएं,
जिंदगी मेरी करज है तेरा, बंदगी तेरी फरज है मेरा,
खुशनशीबी मेरी के दिल में तेरे, नाम जन्मों से दर्ज है मेरा,
जब ये सोचूँ बड़ा आराम आये, जब भी लोकेश आये दुनीयाँ में,
बन के प्यारे तेरा गुलाम आये,
जब तेरी रहमतों का जाम आएं, जब तेरी रहमतों का जाम आएं,
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