चली जाटणी मेला में लिरिक्स Chali Jatani Mela Me Lyrics
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
खीर चूरमां बना के रख्यो थैला में,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
फाल्गुन की पावन वेला में, फागुन की पावन वेला में,
फँसी जाटणी भीड़ भाड़ के रेला में,
फाल्गुन की पावन वेला में,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
कहीं ढोल बजे, कहीं नक़्क़ारा,
दीवानी होके बोले जाटणी, जैयकारा,
कहीं ढोल बजे, कहीं नक़्क़ारा,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
मंदिर में पहुँची मुश्किल से, मंदिर में पहुँची मुश्किल से,
भोग लगायो श्याम धणी को तहे दिल से,
मंदिर में पहुँची मुश्किल से,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
लिखे "राज अनाड़ी" मस्ती में, लिखे "राज अनाड़ी" मस्ती में,
"संगीता" (गायक) नाचे छम छम, खाटू बस्ती में,
हाँ हाँ खाटू बस्ती में,
हो हो खाटू बस्ती में,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
खीर चूरमां बना के रख्यो थैला में,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
खीर चूरमां बना के रख्यो थैला में,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
फाल्गुन की पावन वेला में, फागुन की पावन वेला में,
फँसी जाटणी भीड़ भाड़ के रेला में,
फाल्गुन की पावन वेला में,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
कहीं ढोल बजे, कहीं नक़्क़ारा,
दीवानी होके बोले जाटणी, जैयकारा,
कहीं ढोल बजे, कहीं नक़्क़ारा,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
मंदिर में पहुँची मुश्किल से, मंदिर में पहुँची मुश्किल से,
भोग लगायो श्याम धणी को तहे दिल से,
मंदिर में पहुँची मुश्किल से,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
लिखे "राज अनाड़ी" मस्ती में, लिखे "राज अनाड़ी" मस्ती में,
"संगीता" (गायक) नाचे छम छम, खाटू बस्ती में,
हाँ हाँ खाटू बस्ती में,
हो हो खाटू बस्ती में,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
खीर चूरमां बना के रख्यो थैला में,
चली जाटणी मेला में, चली जाटणी मेला में,
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