हारे के हैं श्याम सहारे भजन
हारे के हैं श्याम सहारे, हारे की जीत करातें हैं,
श्याम भरोसे जो भी आता, उसको अपना बनाते हैं,
हारे के हैं श्याम सहारे.....
अपनों से बढ़कर के बाबा, तुमने सहारा मुझको आगे दिया,
जब जब ठोकर खा के गिरा मैं, आगे हाथ तुमने किया,
श्याम सहारे, नैया मेरी, जैसे चलाये चलते हैं,
हारे के हैं श्याम सहारे, हारे की जीत करातें हैं,
हारे के हैं श्याम सहारे, हारे की जीत करातें हैं,
हारे के हैं श्याम सहारे.....
(श्री खाटू श्याम जी भजन : जाटणी खाटू ने चाली हिंदी इंग्लिश )
तेरी चौखट से जब माँगा, उम्मीदों से बढ़कर के मिला,
सूने जीवन की बगियाँ मैं, हर पेड़ों पे फूल खिला,
श्याम कृपा से चलती है गाड़ी,
उसकी नज़र जो हमपे है,
हारे के हैं श्याम सहारे, हारे की जीत करातें हैं,
हारे के हैं श्याम सहारे, हारे की जीत करातें हैं,
हारे के हैं श्याम सहारे.....
जिन नज़रों को भाता ना था, करते थे जो भी,
अब दिखलाते हैं अपनापन, पूछते हैं दुःख दर्द,
श्याम ने अपना समझा मुझको,
अपने गले लगाते हैं,
हारे के हैं श्याम सहारे, हारे की जीत करातें हैं,
हारे के हैं श्याम सहारे, हारे की जीत करातें हैं,
हारे के हैं श्याम सहारे.....
हारे के हैं श्याम सहारे, हारे की जीत करातें हैं,
श्याम भरोसे जो भी आता, उसको अपना बनाते हैं,
हारे के हैं श्याम सहारे.....