रूम झूम के बजाओ बंसरी मुरारी भजन
रूम झूम के बजाओ बंसरी मुरारी भजन
रूम झूम के बजाओ बंसरी मुरारी
अंग-अंग में तरंग लाओ बनवारी
रूमझूमके बजाओ बंसरी मुरारी
मधुबन में मधुवंती गाएँ ब्रिजनारी
रूमझूमके बजाओ बंसरी मुरारी
राधा के मन में प्यार, रुनझुन पायल पुकार
सखियाँ सजके सिंगार, आईं जमुना के पार
रूमझूमके बजाओ बंसरी मुरारी
रुक-थमके चाँद चले, तारों का मन मचले
रुनक-झुनक धूम-धाम नीलम के गगन तले
रूमझूमके बजाओ बंसरी मुरारी
अंग-अंग में तरंग लाओ बनवारी
रूमझूमके बजाओ बंसरी मुरारी
मधुबन में मधुवंती गाएँ ब्रिजनारी
रूमझूमके बजाओ बंसरी मुरारी
राधा के मन में प्यार, रुनझुन पायल पुकार
सखियाँ सजके सिंगार, आईं जमुना के पार
रूमझूमके बजाओ बंसरी मुरारी
रुक-थमके चाँद चले, तारों का मन मचले
रुनक-झुनक धूम-धाम नीलम के गगन तले
रूमझूमके बजाओ बंसरी मुरारी
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Author - Saroj Jangir
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