उड़ गया अबिर गुलाल बिखर गया रंग है भजन
उड़ गया अबिर गुलाल, बिखर गया रंग है,
फागुन की मस्ती छाई है , होली की तरंग है,
होली आयी रे आयी रे होली आयी रे,
देखो रंगों की मस्ती छाई रे,
नीला पीला लाल गुलाबी, भर भर रंग लिए पिचकारी,
इसने मारी उसने मारी, झूमें दुनियां सारी,
होली आयी रे आयी रे होली आयी रे,
देखो रंगों की मस्ती छाई रे,
होली के रंग में रंगी रे दुनियां, रंगों की बरसे बदरिया,
मस्ती में झूमें मस्ती में नाचें, बहकी है सारी नगरिया,
टेड़ी-मेढ़ी चाल निराली, सूरत नीली-पीली -काली,
मीठी-मीठी देके गारी, झूमें दुनियां सारी,
होली आयी रे आयी रे होली आयी रे,
देखो रंगों की मस्ती छाई रे,
होली के रंग में तन को रंगाया, आओ रे मन को रंगायें,
छोड़ के झगडे दुनियाँ के लफड़े, आओ गले लग जाएँ,
मन के सारे भेद मिटाओ, प्रेम बढाओ होली गाओ,
प्रेम के रंगों से दुनियां को मिलके आज रंगाओ,
होली आयी रे आयी रे होली आयी रे,
देखो रंगों की मस्ती छाई रे,
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