रामायण भजन राम सिया युग युग के साथी लिरिक्स Ramayan Bhajan Ram Siya Yug Yug Ke Sathi Lyrics

रामायण भजन राम सिया युग युग के साथी लिरिक्स, Ramayan Bhajan Ram Siya Yug Yug Ke Sathi Lyrics

 
रामायण भजन राम सिया युग युग के साथी लिरिक्स Ramayan Bhajan Ram Siya Yug Yug Ke Sathi Lyrics

विधि न तेरी लेखनी
निष्ठुर निर्मम क्रूर
जो सपने हो नहीं दूर रहे
कर दिया उनको दूर
विधि न तेरे लेख किसी की
समझ न आते है
राम सिया युग युग के साथी
बिछड़े जाते है
राम सिया युग युग के साथी
बिछड़े जाते है
विधि न तेरे लेख किसी की
समझ न आते है

कैसे है ये राजा रानी
कैसी इनकी करुण कहानी
ये पलकों पे रोक रहे है
पीड़ा के सागर का पानी
ये पलकों पे रोक रहे है
पीड़ा के सागर का पानी
एक दूजे से एक दूजे की
पीर छुपाते है
राम सिया युग युग के साथी
बिछड़े जाते है
विधि न तेरे लेख किसी की
समझ न आते है

कुलजन परिजन महल अटारी
छूटी जाये अयोध्या प्यारी
सारा नगर नींद में सोया
क्या जाने किस ने क्या खोया
नीरव निसि ने धरम के रथ पर
जोगन चल दी
कर्म के पथ पर
बिछड़ के भी न टूट सके ये
ऐसे नाते है
राम सिया युग युग के साथी
बिछड़े जाते है
विधि न तेरे लेख किसी की
समझ न आते है

राम सिया युग युग के साथी
बिछड़े जाते है
राम सिया युग युग के साथी
बिछड़े जाते है
अपनी अंतर्मन से
हरा हुआ है मोन है
रघुवर तो सीता संग गए
जो रह गया वो कौन है
मन की दृष्टि चिंता भावना
केवल सिया की और है
आसा की एक किरण नहीं
कैसे कहु ये भोर है
ये रेन है या भोर है 
 

Ram Siya yug yug ke saathi, bichde jaate Hain | Uttar Ramayan by Ramanand Sagar

Kaise Hai Ye Raja Rani
Kaisi Inki Karun Kahani
Ye Palko Pe Rok Rahe Hai
Peeda Ke Sagar Ka Pani
Ye Palko Pe Rok Rahe Hai
Peeda Ke Sagar Ka Pani
Ek Duje Se Ek Duje Ki
Peer Chupate Hai
Ram Siya Yug Yug Ke Sathi
Bichde Jate Hai
Vidhi Na Tere Lekh Kisi Ki
Samj Me Aate Hai

Kuljan Parijan Mahal Atari
Chhuti Jaye Ayodhya Pyari
Sara Nagar Neend Me Soya
Kya Jane Kisne Kya Khoya
Nirav Nisi Ne Dharam Ke Rath Pe
Jogan Chal Di
Karam Ke Path Pe
Bichad Ke Bhi Na Tut Sake Ye
Aise Naate Hai
Ram Siya Yug Yug Ke Sathi
Bichde Jate Hai
Vidhi Na Tere Lekh Kisi Ko
Samj Na Aate Hai

Ram Siya Yug Yug Ke Sathi
Bichde Jate Hai
Ram Siya Yug Yug Ke Sathi
Bichde Jate Hai
Apni Antarman Se
Hara Hua Hai Mon Hai
Raghuvar To Seeta Sang Gaye
Jo Reh Gaya Wo Kon Hai
Man Ki Drasti Chinta Bhavna
Keval Siya Ki Aur Hai
AasA KI Ek Kiran Nhi
Kaise Kahu Ye Bhor Hai
Ye Rain Ya Bhor Hai
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