दिन नीके बीते जाते हैं कृष्णा भजन
दिन नीके बीते जाते हैं,
सुमिरण कर ले राम नाम, तज विषय भोग सब और काम,
तेरे संग न चाले इक छदाम, जो देते हैं सो पाते हैं,
दिन नीकें बीतें जाते हैं, दिन नीके बीते जाते हैं,
लाख़ चौरासी भोग के आया, बड़े भाग मानस तन पायां,
उस पर भी नहीं करी कमाई, अन्त समय पछितातें हैं,
दिन नीकें बीतें जाते हैं, दिन नीके बीते जाते हैं,
कौन तुम्हारां क़ुटुम्ब परिवारा, किसके हो तुम कौंन तुम्हारा,
किसके बल हरि नाम बिसारा, सब जीते जी के नाते हैं,
दिन नीकें बीतें जाते हैं, दिन नीके बीते जाते हैं,
जो तू लाग्यों विषय बिलासा, मूरख फँस गयो मोह की फाँसा,
क्या करता श्वासन की आशा, गये श्वास नहीं आते हैं,
दिन नीकें बीतें जाते हैं, दिन नीके बीते जाते हैं,
सच्चे मनसे नाम सुमिर ले, बन आवे तो सुकृत कर लें,
साधु पुरुष की संगति कर ले, दास कबीरा गाते हैं,
दिन नीकें बीतें जाते हैं, दिन नीके बीते जाते हैं,
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Din Neeke Beete, Din Neeke Beete · Manik Panditrao, Hari Hari Bol, Pt. 1: Hindi Bhajan
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