आओ जी आओ मैया आज म्हारे आंगणे भजन

किसने रचाई मेहंदी हाथो में माता भजन

(मुखड़ा)
आओ जी आओ मैया,
आज म्हारे आंगणे,
भगत बुलावे थाने आया सरसी,
भगत बुलावे थाने आया सरसी,
आओ जी आओ मैया,
आज म्हारे आंगणे।।

(अंतरा)
था बिन म्हारी कुण सुणेलो,
इन मनड़े री बातड़ली,
दर्शन री ये प्यासी अंखियां,
जोवे थारी बाटड़ली।
भर-भर आवे है यो हिवड़ो म्हारो,
थाने ही धीरज बंधाया सरसी,
आओ जी आओ मैया,
आज म्हारे आंगणे।।

थे ना सुणोला म्हारी बातां,
किण जाय सुणावा जी,
थे हो माता, म्हैं हां सेवक,
थारो ही ध्यान लगावा जी।
थे ही सुणोला और,
थाने ही सुणावाला,
म्हारो भी दुखड़ो मिटाया सरसी,
आओ जी आओ मैया,
आज म्हारे आंगणे।।

थाने मैया, ज्योत जगावा थारी,
भजन सुनावा चाव सूं,
कीर्तन थारो आज करा माँ,
बहुत घणे उछाव सूं।
चुनड़ उढ़ावा, मैया चूड़ो पैरावा,
मेहंदी ने आजा सराया सरसी,
आओ जी आओ मैया,
आज म्हारे आंगणे।।

ईब तो आओ, दरश दिखाओ,
क्यों इतना तरसाओ जी,
‘ताराचंद’ कवे भक्तों री नैया,
आ कर पार लगाओ जी।
अटक ना जावे मैया,
बीच मझधार में,
थाने ही पार लगाया सरसी,
आओ जी आओ मैया,
आज म्हारे आंगणे।।

(अंतिम पुनरावृत्ति)
आओ जी आओ मैया,
आज म्हारे आंगणे,
भगत बुलावे थाने आया सरसी,
भगत बुलावे थाने आया सरसी,
आओ जी आओ मैया,
आज म्हारे आंगणे।।
 


आओ जी आओ मैया आज म्हारे आंगणे । मां अम्बे भजन । Navratra Special । HD Video । Singer Prachi Jain
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