(मुखड़ा) दुःख की बदली, जब-जब मुझ पे छा गई, सिंह सवारी करके, मैया आ गई, वो आ गई, वो आ गई, वो आ गई मेरी माँ, दुःख की बदली, जब-जब मुझ पे छा गई, सिंह सवारी करके, मैया आ गई।।
(अंतरा) जब-जब संकट आया है,
माँ को सामने पाया है, दुनिया ने रिश्ते तोड़े, इसने साथ निभाया है, रोते हुए को हँसा गई, अपने गले लगा गई, वो आ गई, वो आ गई, वो आ गई मेरी माँ, दुःख की बदली, जब-जब मुझ पे छा गई, सिंह सवारी करके, मैया आ गई।।
स्वार्थ के संसार में, तू ही एक सहारा है,
Mata Rani Bhajan lyrics in hindi
तेरे बिना इस जग में माँ, कोई नहीं हमारा है, हारे हुए को जीता गई, भक्त का मान बढ़ा गई, वो आ गई, वो आ गई, वो आ गई मेरी माँ, दुःख की बदली, जब-जब मुझ पे छा गई, सिंह सवारी करके, मैया आ गई।।
ये सच्ची दातार है, इसकी दया अपार है, इसकी रहमत से चलता,
मेरा घर-संसार है, 'रजनी' की बिगड़ी बना गई, हर घड़ी लाज बचा गई, वो आ गई, वो आ गई, वो आ गई मेरी माँ, दुःख की बदली, जब-जब मुझ पे छा गई, सिंह सवारी करके, मैया आ गई।।
(अंतिम पुनरावृत्ति) दुःख की बदली, जब-जब मुझ पे छा गई, सिंह सवारी करके, मैया आ गई, वो आ गई, वो आ गई, वो आ गई मेरी माँ, दुःख की बदली, जब-जब मुझ पे छा गई, सिंह सवारी करके, मैया आ गई।।
जब जब मुझ पर दुःख की बदली छा गईं#bhajan #@Gyaandhansakti #भक्ति #bhaktisong #bhakti