मात श्री रानी सती जी मेरी कष्ट कर दूर भक्त केरी लिरिक्स Rani Sati Aarti Maat Shri Rani Sati Lyrics

मात श्री रानी सती जी मेरी कष्ट कर दूर भक्त केरी लिरिक्स Rani Sati Aarti Maat Shri Rani Sati Lyrics

 
मात श्री रानी सती जी मेरी कष्ट कर दूर भक्त केरी लिरिक्स Rani Sati Aarti Maat Shri Rani Sati Lyrics

मात श्री रानी सती जी मेरी, कष्ट कर दूर भक्त के री,
मात श्री राणी सती जी मेरी, कष्ट कर दूर भगत के री,
माय मैं पडू पांय थारे, क्षमा कर चूक भई म्हारे,
अनेकों विघन आप टारे, काज निज भगतन के सारे,
दोऊ कर जोड़े मैं खड़ा, जनजी थारे द्वार,
ओ मैया, जननी थारे द्वार,

दुखित दीन माँ जान के मुझको, जरा तो पलक उघाड़,
कृपा कर बिलखत भई तेरी, कष्ट कर दूर भक्त के री,
मात श्री रानी सती जी मेरी, कष्ट कर दूर भक्त के री,
मात श्री राणी सती जी मेरी, कष्ट कर दूर भगत के री,

कहत है सिकी मुनि ज्ञानी, तुम्ही जगदम्बा राजदानी,
मूक है कवियन की वाणी, के महिमा जात नहीं जानी,
अखंड जोत प्रकाश है, व्यापक सकल जहाँन,
ओ मैया, व्यापक सकल जहाँन,
सुन्दर मंदिर रम्य शिखर धजा उड़े असमान,
बजे हैं शंख तुरही मेरी, कष्ट कर दूर भक्त के री,
मात श्री रानी सती जी मेरी, कष्ट कर दूर भक्त के री,
मात श्री राणी सती जी मेरी, कष्ट कर दूर भगत के री,


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Rani Sati Dadi Prachin Aarti: Maat Shri Rani Sati Ji Meri
Singer: Saurab-Madhukar (Kolkata)
Music Label: Sur Saurabh Industries.

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