दादी खोल दे दरवाजो म्हें तो केड

दादी खोल दे दरवाजो म्हें तो केड आवांगा भजन

(मुखड़ा)
भादवै की मस्ती में,
नाचांगा, गावांगा,
दादी, खोल दे दरवाजो,
म्हें तो केड़ आवांगा।।

(अंतरा)
रोली, मोली, अक्षत, मेहंदी,
ल्याया भक्त हजार,
सोणो-सोणो गजरो ल्याकर,
रहा हूँ बाट निहार,
छैल-छबीलो साथियों,
थारो मैं बनावांगा,
ओ दादी, खोल दे दरवाजो,
म्हें तो केड़ आवांगा।।

ओढ़ चुनरिया लाल सुरंगी,
हरिया मेहंदी हाथ,
भोला-ढाला टाबरिया के,
पल-पल रहियो साथ,
मीठा-मीठा थाने दादी,
भजन सुनावांगा,
ओ दादी, खोल दे दरवाजो,
म्हें तो केड़ आवांगा।।

मावस के दिन धोक लगाते,
करते जय-जयकार,
दादी म्हारी कुलदेवी थे,
रखियो खुश परिवार,
मधु बोले थाणे दादी,
आज रिझावांगा,
ओ दादी, खोल दे दरवाजो,
म्हें तो केड़ आवांगा।।

लड्डू, बुंदिया, खीर, चूरमा,
सागै, भुजिया, अचार,
छप्पन भोग, छत्तीसों व्यंजन,
ल्याया थारे द्वार,
लाड-प्यार से थाणे दादी,
म्हें जिमावांगा,
ओ दादी, खोल दे दरवाजो,
म्हें तो केड़ आवांगा।।

(अंतिम पुनरावृत्ति)
भादवै की मस्ती में,
नाचांगा, गावांगा,
दादी, खोल दे दरवाजो,
म्हें तो केड़ आवांगा।।
 

||दादी खोल दे दरवाजो||Bhaado Utsav||Dadi khol de darwajo|| Kedsati daadi bhajan||Madhu Kedia 2021||

Bhajan- Bhaadve ki masti me naachanga gaawanga, daadi khol de darwajo mei toh ked aawanga
Singer & Lyricist- Madhu Kedia
Studio: S P Studio
Category: Kedsati Daadiji ka bhaado uthsav bhajan

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