मैं झोली पसारे माँ तेरे दर पे आया हूँ भजन

मैं झोली पसारे माँ तेरे दर पे आया हूँ भजन

(मुखड़ा)
मैं झोली पसारे, माँ,
तेरे दर पे आया हूँ,
बड़ी दूर से आया हूँ,
नहीं संग कुछ लाया हूँ,
मैं झोली पसारे, माँ,
तेरे दर पे आया हूँ।।

(अंतरा)
तुम दूर करो विपदा,
हे भक्तन की रखवाली,
दो दर्शन अब अपना,
मत देर करो, माई।
नंगे पाँवों चल के,
तुझे दुखड़ा सुनाया हूँ,
मैं झोली पसारे, माँ,
तेरे दर पे आया हूँ।।

अब टेर सुनो मेरी,
मुझे और ना तरसाओ,
पाँवों में भरे काँटे,
कुछ तो, माँ, तरस खाओ।
पड़ गए मोटे छाले,
नहीं किसी को बताया हूँ,
मैं झोली पसारे, माँ,
तेरे दर पे आया हूँ।।

(अंतिम पुनरावृत्ति)
मैं झोली पसारे, माँ,
तेरे दर पे आया हूँ,
बड़ी दूर से आया हूँ,
नहीं संग कुछ लाया हूँ,
मैं झोली पसारे, माँ,
तेरे दर पे आया हूँ।।

 


मैं झोली पसारे माँ तेरे दर पे आया हूँ ~ PAWAN BHATIA ~ DADI BHAJAN ~ Shree Cassette Industries

Bhajan :- Main Jholi Pasare Maa Tere Dar Par Aaya Hoon
Singer :- Pawan Bhatia

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