(मुखड़ा) तुमको तुम्हारे बेटे पुकारे, आ जाओ मैया घर में हमारे।।
(अंतरा) बेटे तुम्हारे लाखों हैं मैया, किसी का महल है, किसी की है कुटिया, तुम्हें एक जैसे, लगते हैं सारे, आ जाओ मैया घर में हमारे।।
ना हीरे, ना मोती, ना, जवाहरात हैं माँ, ना ही अमीरों की, यहाँ ठाठ हैं माँ, मगर तेरा मंदिर है, दिल में हमारे, आ जाओ मैया घर में हमारे।।
दिन-रात तेरी, सेवा करेंगे, बिठाकर के पलकों में, तुमको रखेंगे, सोनू तुम्हारी बाट निहारे, आ जाओ मैया घर में हमारे।।
(अंतिम पुनरावृत्ति) तुमको तुम्हारे बेटे पुकारे, आ जाओ मैया घर में हमारे।।
२०२१ नवरात्रि स्पेशल तुमको तुम्हारे बेटे पुकारे मंगलमय गीत ~ नवरात्री में यह गीत जरूर सुनिए-यह भजन माँ से भक्तों की करुण पुकार को व्यक्त करता है। भक्त माँ को आमंत्रित करते हैं, यह कहते हुए कि चाहे कोई महल में रहता हो या कुटिया में, माँ सबको एक समान मानती हैं। वे माँ से अपने दिल के मंदिर में विराजने की विनती करते हैं, यह बताते हुए कि उनके पास धन-दौलत नहीं, पर माँ के लिए अटूट भक्ति है।