हे पार्श्व तुम्हारे द्वारे पर एक दरश भिखारी
हे पार्श्व तुम्हारे द्वारे पर,
एक दरश भिखारी आया है,
प्रभु दर्शन भिक्षा पाने को,
दो नयन कटोरे लाया है,
नहीं दुनियाँ में कोई मेरा है,
आफ़त ने मुझको घेरा है,
प्रभुः एक सहारा तेरा है,
जब ने मुझको ठुकराया है,
धन दौलत की कुछ चाह नहीं,
घर बार छुटे परवाह नहीं,
मेरी इच्छा है तेरे दर्शन की,
दुनियाँ से चित्त घबराया है,
मेरी बीच भँवर में नैया है,
बस तू ही एक खिवैया है,
लाखोँ को ज्ञान दिया तुमनें,
भव सिन्धु से पार उतार है,
आपस में प्रीत व् प्रेम नहीं,
तुम बिन अब मुझको चैन नहीं,
अब तो तुम आकर दर्शन दो,
त्रिलोकीनाथ कहलाया है,
हे पार्श्व तुम्हारे द्वारे पर,
एक दरश भिखारी आया है,
प्रभु दर्शन भिक्षा पाने को,
दो नयन कटोरे लाया है,
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हे पार्श्व तुम्हारे द्वारे पर | Hey Parshva Tumhare Dware Par | New Hindi Bhajan
New Hindi Bhajan | Hey Parshva Tumhare Dware Par | Chintan Bakiwala
Singer: Chintan Bakiwala
Artist: Chintan Bakiwala
Track Composer: Samarpit
Music Director: Samarpit
Lyrics: Traditional
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