Mujhse Adham Adheen Gar Taare Na Jayenge
हमसे अधम अधीन, गर तारे ना जाएँगे,
प्रभु आप दीनबंधु, पुकारे ना जाएँगे,
मुझसे अधम अधीन, गर तारे ना जाएँगे,
पृथ्वी के भार आपनें, सौ बार उतारा,
क्या मेरे पाप भार, उतारें ना जाएँगे,
प्रभु आप दीनबंधु, पुकारे ना जाएँगे,
मुझसे अधम अधीन, गर तारे ना जाएँगे,
जो बिक चुके हैं और, खरीदा है आपने,
अब वह ग़ुलाम ग़ैर के, द्वारे ना जाएँगे,
प्रभु आप दीनबंधु, पुकारे ना जाएँगे,
मुझसे अधम अधीन, गर तारे ना जाएँगे,
तब तक न चरण आपके, संतोष पाएंगे,
दृग बिन्दु में जब तक ये, पखारें ना जाएंगे,
प्रभु आप दीनबंधु, पुकारे ना जाएँगे,
मुझसे अधम अधीन, गर तारे ना जाएँगे,
मुझसे अधम अधीन, उबारे न जाएँगे,
प्रभु आप दीनबंधु, पुकारे ना जाएँगे,
मुझसे अधम अधीन, गर तारे ना जाएँगे,
ओरिजिनल लिरिक्स
मुझसे अधम अधीन गर तारें ना जाएँगे,
तो आप दीनबंधु पुकारे ना जाएँगे,
जो बिक चुके हैं और ख़रीदा है आपने,
अब वह गुलाम ग़ैर के द्वारे न जाएँगे,
पृथ्वी के भार आपने सौ बार उतारे,
क्या मेरे पाप भार उतारे न जाएँगे,
खामोश हूँगा मैं भी गर आप ये कह दो,
अब मुझसे पातकी कभी तारे न जाएँगे,
तब तक न चरण आपके संतोष पाएँगे,
दृग ‘बिन्दु’ में जब तक ये पखारे न जाएँगे,
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
हम से अधम गर तारे न जाएंगे, आप दीन बंधु कहाहै न जाएंगे
स्वामी श्री राजेश्वरानन्द जी महाराज
Swami Sri Rajeshwaranand ji maharaaj
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं