बिरज में वे रही जय जयकार नन्द घर लाला

बिरज में वे रही जय जयकार नन्द घर लाला जायो

 

लाला जायो है, बिरज में लाला जायो है,
बिरज में वे (हो ) रही जय जयकार,
बिरज में वे रही जय जयकार,
नन्द घर लाला जायो है,
लाला जायो है,
नन्द घर लाला जायो है,
बिरज में वे रही जय जयकार,
नन्द घर लाला जायो है,

यूथ के यूथ नन्द घर आवें,
 ग्वाल बाल सब हिलमिल गावें,
ब्रह्मानन्द समान आज सुख सबनें पायो है,
बिरज में वे रही जय जयकार,
नन्द घर लाला जायो है,
लड़ती हैं नजर कन्हैया
शिव ब्रह्मा सनकादिक आए,
सिद्ध मुनि सब देव भी आएं,
धर ग्वालन को रुप, सबही मिल मंगल गायो है
बिरज में वे रही जय जयकार,
नन्द घर लाला जायो है,

ब्रज चौरासी कोस में भैया,
सब कहे धन्य यशोदा मैया,
साठ साल की आयु में सुत ऐसा जायो है,
बिरज में वे रही जय जयकार,
नन्द घर लाला जायो है,

नन्द यशोदा भाग्य बड़ाई,
सब ही देने लगे बधाई,
ऐसो अद्भुत सुत ओर नही कोई जायो है,
बिरज में वे रही जय जयकार,
नन्द घर लाला जायो है,


ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.

ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।  
 
 
जन्माष्टमी उत्सव # लाला जायो हे नन्द घर लाला जायों हे # Shri Radha Krishna Ji Maharaj bhajan

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
Next Post Previous Post