ओ मैया तेरा मुझको दीदार हो जाए भजन

ओ मैया तेरा मुझको दीदार हो जाए भजन

(मुखड़ा)

ओ मैया, तेरा मुझको,
दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से,
मेरा गुलज़ार हो जाए।।
(अंतरा 1)

कैसे चलेगी, मैया,
तूफान में नैया,
तूफान में नैया।
हो जाए एक इशारा,
भव पार हो जाए।

उजड़ा चमन फिर से,
मेरा गुलज़ार हो जाए।
ओ मैया, तेरा मुझको,
दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से,
मेरा गुलज़ार हो जाए।।
(अंतरा 2)

ख़्वाहिश मेरे जीवन की,
ज़्यादा बड़ी नहीं,
ज़्यादा बड़ी नहीं।
बस तेरी कृपा मुझ पर,
एक बार हो जाए।

उजड़ा चमन फिर से,
मेरा गुलज़ार हो जाए।
ओ मैया, तेरा मुझको,
दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से,
मेरा गुलज़ार हो जाए।।
(अंतरा 3)

ख़ाली नहीं जाऊँगी,
ज़िद पे अड़ी हूँ, माँ,
ज़िद पे अड़ी हूँ, माँ।
देखूँ दयालु कैसे,
इंकार हो जाए।

उजड़ा चमन फिर से,
मेरा गुलज़ार हो जाए।
ओ मैया, तेरा मुझको,
दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से,
मेरा गुलज़ार हो जाए।।
(अंतरा 4)

कर दे मुरादें पूरी,
बस इतना सोच कर,
बस इतना सोच कर।
'बनवारी' मुझे भी तेरा,
ऐतबार हो जाए।

उजड़ा चमन फिर से,
मेरा गुलज़ार हो जाए।
ओ मैया, तेरा मुझको,
दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से,
मेरा गुलज़ार हो जाए।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)

ओ मैया, तेरा मुझको,
दीदार हो जाए,
उजड़ा चमन फिर से,
मेरा गुलज़ार हो जाए।।
 

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