दुर्गा अष्टमी आरती जय अम्बे गौरी लिरिक्स Durga Ashtmi Aarti Jay Ambe Gouri Bhajan Lyrics

दुर्गा अष्टमी आरती जय अम्बे गौरी लिरिक्स Durga Ashtmi Aarti Jay Ambe Gouri Bhajan Lyrics

 
दुर्गा अष्टमी आरती जय अम्बे गौरी लिरिक्स Durga Ashtmi Aarti Jay Ambe Gouri Bhajan Lyrics

जय अम्बे गौरी,
मैया जय श्यामा गौरी ।
तुमको निशदिन ध्यावत,
हरि ब्रह्मा शिवरी ॥

मांग सिंदूर विराजत,
टीको मृगमद को ।
उज्ज्वल से दोउ नैना,
चंद्रवदन नीको ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

कनक समान कलेवर,
रक्ताम्बर राजै ।
रक्तपुष्प गल माला,
कंठन पर साजै ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

केहरि वाहन राजत,
खड्ग खप्पर धारी ।
सुर-नर-मुनिजन सेवत,
तिनके दुखहारी ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

कानन कुण्डल शोभित,
नासाग्रे मोती ।
कोटिक चंद्र दिवाकर,
सम राजत ज्योती ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

शुंभ-निशुंभ बिदारे,
महिषासुर घाती ।
धूम्र विलोचन नैना,
निशदिन मदमाती ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

चण्ड-मुण्ड संहारे,
शोणित बीज हरे ।
मधु-कैटभ दोउ मारे,
सुर भयहीन करे ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

ब्रह्माणी, रूद्राणी,
तुम कमला रानी ।
आगम निगम बखानी,
तुम शिव पटरानी ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

चौंसठ योगिनी मंगल गावत,
नृत्य करत भैरों ।
बाजत ताल मृदंगा,
अरू बाजत डमरू ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

तुम ही जग की माता,
तुम ही हो भरता,
भक्तन की दुख हरता ।
सुख संपति करता ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

भुजा चार अति शोभित,
खडग खप्पर धारी ।
मनवांछित फल पावत,
सेवत नर नारी ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

कंचन थाल विराजत,
अगर कपूर बाती ।
श्रीमालकेतु में राजत,
कोटि रतन ज्योती ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

श्री अंबेजी की आरति,
जो कोइ नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी,
सुख-संपति पावे ॥
॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥

जय अम्बे गौरी,
मैया जय श्यामा गौरी ।
तुमको निशदिन ध्यावत,
हरि ब्रह्मा शिवरी ॥


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Lyrics
Jai Ambe Gauri,
Maiya Jai Shyama Gauri,
Tumko Nishdin Dhyaavat,
Hari Brahma Shivari.

Maang Sindoor Virajat,
Tiko Mrigamad Ko,
Ujjwal Se Dou Naina,
Chandravadan Neeko.
Om Jai Ambe Gauri.

Kanak Samaan Kalevar,
Raktaambar Raajai,
Raktapushp Gal Maala,
Kanthan Par Saajai.
Om Jai Ambe Gauri.

Kehri Vahan Raajat,
Khadag Khappar Dhaari,
Sur-Nar-Munijan Sevat,
Tinke Dukhhari.
Om Jai Ambe Gauri.

Kanan Kundal Shobhita,
Nasagre Moti,
Kotik Chandra Divakar,
Sam Raajat Jyoti.
Om Jai Ambe Gauri.

Shumbh-Nishumbh Bidare,
Mahishasur Ghati,
Dhoomra Vilochan Naina,
Nishdin Madamati.
Om Jai Ambe Gauri.

Chand-Mund Sanhaare,
Shonit Beej Hare,
Madhu-Kaithabh Dou Maare,
Sur Bhayheen Kare.
Om Jai Ambe Gauri.

Brahmani, Rudrani,
Tum Kamala Rani,
Aagam Nigam Bakhani,
Tum Shiv Patraani.
Om Jai Ambe Gauri.

Chausath Yogini Mangal Gaavat,
Nritya Karat Bhairon,
Bajat Taal Mridanga,
Aru Bajat Damru.
Om Jai Ambe Gauri.

Tum Hi Jag Ki Mata,
Tum Hi Ho Bharata,
Bhaktan Ki Dukh Harta,
Sukh Sampati Kartaa.
Om Jai Ambe Gauri.

Bhuja Chaar Ati Shobhita,
Khadag Khappar Dhaari,
Manvanchhit Phal Paavat,
Sevat Nar Naari.
Om Jai Ambe Gauri.

Kanchan Thaal Virajat,
Agar Kapoor Baati,
Shrimaalaketu Mein Raajat,
Koti Ratan Jyoti.
Om Jai Ambe Gauri.

Shri Ambeji Ki Aarti,
Jo Koi Nar Gaave,
Kahat Shivanand Swami,
Sukh-Sampati Paave.
Om Jai Ambe Gauri.

Jai Ambe Gauri,
Maiya Jai Shyama Gauri,
Tumko Nishdin Dhyaavat,
Hari Brahma Shivari.
 
दुर्गा अष्टमी आरती | Jai Ambey Gauri Aarti with Lyrics | जय अम्बे गौरी आरती | Ambe Mata Ki Aarti Song: Aarti - Jai Ambe Gouri
Singer: Sohini Mishra
Music: Sonu Sharma
Video: Bhakti Vandana
Category: Hindi Devotional (Mata Ke Bhajan)
Producers: Amresh Bahadur, Ramit Mathur 
 
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