जगदाती पहाड़ों वाली माँ मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ

जगदाती पहाड़ों वाली माँ मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ

मुखड़ा:

जगदाती पहाड़ों वाली माँ,
मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ,
मेरा और सहारा कोई ना,
मेरी लाज बचाने आ जाओ।।
अंतरा 1:

मैं निर्बल, निर्धन, दिन बड़ा,
घिर गया ग़म के अंधेरों में,
माँ ज्योतिरूपा भय हरनी,
डूब ना जाऊं लहरों में,
कमजोर हूँ मैं, मैया,
मेरी चिंता मिटाने आ जाओ।।
अंतरा 2:

तेरे भरे पड़े भंडार माँ,
मैं खाली हाथ बुलाने आया,
तेरी रहमत की आस लगी,
मैं तेरा दर छोड़ कहाँ जाऊं,
मेरी नैया भंवर में फँसी,
इसे पार लगाने आ जाओ।।
अंतरा 3:

कहीं एक गरीब की कुटिया ना,
लोगों की नज़रों से गिर जाए,
विश्वास के दीप को माँ,
कोई आंधी ना बुझा जाए,
क्या करूँ, कुछ सूझे ना,
मुझे राह दिखाने आ जाओ।।
अंतिम मुखड़ा:

जगदाती पहाड़ों वाली माँ,
मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ,
मेरा और सहारा कोई ना,
मेरी लाज बचाने आ जाओ।।
 


Jag Daati Pahadon Wali Maa I Devi Bhajan I SONU NIGAM I Full Video Song I Jai Maa Vaishno Devi
Next Post Previous Post