जगदाती पहाड़ों वाली माँ, मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ, मेरा और सहारा कोई ना, मेरी लाज बचाने आ जाओ।। अंतरा 1:
मैं निर्बल, निर्धन, दिन बड़ा, घिर गया ग़म के अंधेरों में, माँ ज्योतिरूपा भय हरनी, डूब ना जाऊं लहरों में, कमजोर हूँ मैं, मैया, मेरी चिंता मिटाने आ जाओ।। अंतरा 2:
तेरे भरे पड़े भंडार माँ, मैं खाली हाथ बुलाने आया, तेरी रहमत की आस लगी, मैं तेरा दर छोड़ कहाँ जाऊं, मेरी नैया भंवर में फँसी, इसे पार लगाने आ जाओ।। अंतरा 3:
कहीं एक गरीब की कुटिया ना, लोगों की नज़रों से गिर जाए, विश्वास के दीप को माँ, कोई आंधी ना बुझा जाए, क्या करूँ, कुछ सूझे ना, मुझे राह दिखाने आ जाओ।। अंतिम मुखड़ा:
जगदाती पहाड़ों वाली माँ, मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ, मेरा और सहारा कोई ना, मेरी लाज बचाने आ जाओ।।
Jag Daati Pahadon Wali Maa I Devi Bhajan I SONU NIGAM I Full Video Song I Jai Maa Vaishno Devi