बनवारी श्याम मोरे लिरिक्स Raga Sampurna Malkauns Banwari Shyam More Lyrics

बनवारी श्याम मोरे लिरिक्स Raga Sampurna Malkauns Banwari Shyam More Lyrics

स्थाई - बनवारी श्याम मोरे
आज की रैन यही रहिये
अंतरा - बादल गरजे मोहे डर लागे
अहमद पिया की बिनती सुनीये
Banavaaree Shyaam More
Aaj Kee Rain Yahee Rahiye
Antara - Baadal Garaje Mohe Dar Laage
Ahamad Piya Kee Binatee Suneeye
 
 

Raga Sampurna Malkauns | Vidushi Dr. Ashwini Bhide Deshpande | Banwari Shyam

मलकौंस भैरवी ठाट से संबंधित राग है । इसके नोट्स हैं सा, कोमल गा, शुद्ध मा, कोमल ध और कोमल नी। पश्चिमी शास्त्रीय संकेतन में, इसके नोटों को इस प्रकार निरूपित किया जा सकता है: टॉनिक, लघु तृतीय, पूर्ण चौथे, लघु छठे और लघु सातवें। राग मालकौंस में, ऋषभ (पुन - दूसरा) और पंचम (पा - पूर्ण पंचम) पूरी तरह से छोड़ा गया है। इसकी जति ऑडव-ऑडव (पाँच-पाँच, यानी पेंटाटोनिक) है।

आरोह: .नी सा गा मा धा नी  सा
Avroh अवरोह : सा नी धा मा गा गा सा या सा  नी धा मा गा सा

'गा' का उपयोग वास्तव में गा-सदहरण (लगभग मामूली तीसरा), सा [3] से 316 प्रतिशत अधिक है।
श्याम बजाये आज मुरलिया
वे अपनो अधरन गुनी सो
योगी जंगल जती सती
और गुनी मुनी सब
नर नारी मिले मोह लियो
है मनरंग करत / कर के

बोले ना वो हमसे पिया संग
औरन संग रहन जात
हम संग नित करत चतुराई
पिया बोले ना
हम संग लागी प्रीत
उन संग करावो सुख चैन
मनरंग नित नाम मचावो रूम झूम

पायल बाजन लागी रे मोरी
कैसे दर आऊं तुमरे पास अब सांस ननद मोरी जनम की बैरन
सबरंग पिया हूँ तोरी दास अब
Raga: Raga Sampurna Malkauns Taal: Teentaal(Drut) Composition: Banwari Shyam Composer: Gaantapaswini Smt. Mogubaai Kurdikar Vocalist: Vidushi Dr. Ashwini Bhide Deshpande Style: Jaipur-Atrauli Gharana
 -----------------------------------------
विनम्र निवेदन: वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें। यदि कोई त्रुटि / सुधार हो तो आप मुझे यहाँ क्लिक करके ई मेल के माध्यम से भी सम्पर्क कर सकते हैं। धन्यवाद।
Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url