मची होरी उड़े रे गुलाल सखी री भजन

मची होरी उड़े रे गुलाल सखी री बरसाने में भजन

मची होरी, उड़े रे गुलाल,
सखी री बरसाने में।।
अरी हाँ सखी, बरसाने में,
मची होरी, उड़े रे गुलाल,
सखी री बरसाने में।।

नंदगांव के ठाकुर प्यारे,
होरी को बरसाना पधारे।।
ठाकुर प्यारे, बरसाना पधारे,
लठ बरसे, पकड़े बाल,
सखी री बरसाने में।।
मची होरी, उड़े रे गुलाल,
सखी री बरसाने में।।

सवारी सखियाँ, देवे गाली,
चित मचित, चारों ओर है भारी।।
ये तो देवे गाली, देवे गाली,
तेरो चले न कोई वार,
सखी री बरसाने में।।
मची होरी, उड़े रे गुलाल,
सखी री बरसाने में।।

भर पिचकारी, श्याम चलावे,
ऊँची अटारी पे, धूम मचावे।।
तेरो लाडला, है गयो लाल,
सखी री बरसाने में।।
मची होरी, उड़े रे गुलाल,
सखी री बरसाने में।।


2019 का सबसे हिट धमाका न्यू फागण सांग - Machi Hori Ude Re Gulal Sakhi Ri Barsane Mein #Kannu Ladla

बरसाने की होली, जिसे लठमार होली के नाम से जाना जाता है, में नंदगांव के ठाकुर श्रीकृष्ण जब गोपियों के बीच आते हैं, तब गुलाल उड़ता है, पिचकारियाँ रंग बरसाती हैं और सखियाँ श्याम को छेड़ती हैं। श्रीकृष्ण और गोपियों की यह छेड़छाड़ प्रेम, भक्ति और उल्लास से भरी होती है।

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