जिन पर कृपा राम करें वो पत्थर भी तिर जाते हैं लिरिक्स Jin Par Kripa Ram Kare Lyrics

जिन पर कृपा राम करें वो पत्थर भी तिर जाते हैं लिरिक्स Jin Par Kripa Ram Kare Lyrics, Raam Bhajan Ravindra Jain Bhajan

राम नाम आधार जिन्हें,
राम नाम आधार जिन्हें वो जल में राह बनाते हैं,
जिन पर कृपा राम करें वो पत्थर भी तिर जाते हैं,
जिन पर कृपा राम करें वो पत्थर भी तिर जाते हैं,

लक्ष्य रामजी, सिद्धि रामजी, राम ही राह बनाई,
राम ही राह बनाई,
राम कर्म हैं राम ही कर्ता राम की सकल बड़ाई,
राम की सकल बड़ाई,
राम काम करने वालों में राम की शक्ति समाई,
पृथक पृथक नामों से सारे काम करें रघुराई,
भक्त परायण निज भक्तो को सारा श्रेय दिलाते है,
जिन पर कृपा राम करें वो पत्थर भी तिर जाते हैं,

घट घट बसके आप ही अपना नाम रटा देते हैं,
नाम रटा देते हैं,
हर कारज में निज भक्तो का हाथ बटा देते है,
हाथ बटा देते है,
बाधाओं के सारे पत्थर राम हटा देते है,
अपने ऊपर लेकर उनका भार घटा देते है,

पत्थर क्या प्रभु तीन लोक का,
पत्थर क्या प्रभु तीन लोक का सारा भार उठाते हैं,
जिन पर कृपा राम करें वो पत्थर भी तिर जाते हैं,
जिन पर कृपा राम करें वो पत्थर भी तिर जाते हैं,
जिन पर कृपा राम करें वो पत्थर भी तिर जाते हैं,
जिन पर कृपा राम करें वो पत्थर भी तिर जाते हैं.

जिन पर कृपा राम करें वो पत्थर भी तिर जाते हैं लिरिक्स Jin Par Kripa Ram Kare Lyrics

Raam Naam Aadhaar Jinhen,
Raam Naam Aadhaar Jinhen Vo Jal Mein Raah Banaate Hain,
Jin Par Krpa Raam Karen Vo Patthar Bhi Tir Jaate Hain,
Jin Par Krpa Raam Karen Vo Patthar Bhi Tir Jaate Hain,

Lakshy Raamaji, Siddhi Raamaji, Raam Hi Raah Banai,
Raam Hi Raah Banai,
Raam Karm Hain Raam Hi Karta Raam Ki Sakal Badai,
Raam Ki Sakal Badai,
Raam Kaam Karane Vaalon Mein Raam Ki Shakti Samai,
Prthak Prthak Naamon Se Saare Kaam Karen Raghurai,
Bhakt Paraayan Nij Bhakto Ko Saara Shrey Dilaate Hai,
Jin Par Krpa Raam Karen Vo Patthar Bhi Tir Jaate Hain,

Ghat Ghat Basake Aap Hi Apana Naam Rata Dete Hain,
Naam Rata Dete Hain,
Har Kaaraj Mein Nij Bhakto Ka Haath Bata Dete Hai,
Haath Bata Dete Hai,
Baadhaon Ke Saare Patthar Raam Hata Dete Hai,
Apane upar Lekar Unaka Bhaar Ghata Dete Hai,

Patthar Kya Prabhu Tin Lok Ka,
Patthar Kya Prabhu Tin Lok Ka Saara Bhaar Uthaate Hain,
Jin Par Krpa Raam Karen Vo Patthar Bhi Tir Jaate Hain,
Jin Par Krpa Raam Karen Vo Patthar Bhi Tir Jaate Hain,
Jin Par Krpa Raam Karen Vo Patthar Bhi Tir Jaate Hain,
Jin Par Krpa Raam Karen Vo Patthar Bhi Tir Jaate Hain.
 
जब श्री राम, लंका की ओर निकले तो रावण की लंका और श्री राम के बीच एक बड़ा समुद्र आ गया जिसे पार करने के लिए श्री राम की सेना से नल और नील ने मिलकर श्री राम का नाम पत्थरों पर लिखकर समुद्र में फेंका जिससे वो पानी पर तैरने लगे और उनसे पुल बना गया। जिस दृश्य को रविंद्र जैन जी ने भक्ति संगीत में आपके सामने प्रस्तुत किया है। रामानन्द सागर द्वारा प्रस्तुत रामायण के लुभावने व भक्ति से भरे श्री राम चंद्र के भजन सुने। स्वर- रवींद्र जैन गीत- रवींद्र जैन संगीत- रवींद्र जैन
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1 Comments
  • Hindikathabhajan 12
    Hindikathabhajan 12 6/19/2021

    Hello

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