घंटाकर्ण महावीर गाजे लिरिक्स Ghantakarn Mahavir Gaje

घंटाकर्ण महावीर गाजे Ghantakarn Mahavir Gaje

 
घंटाकर्ण महावीर गाजे Ghantakarn Mahavir Gaje

जड़ चेतन जग महिमा छाजे,
घंटा कर्ण महावीर गाजे,
जड चेतन जग महिमा छाजे,

मनवांछित पूरण कर नारा,
भक्त जनो ना भय हर नारा,
घंटाकर्ण महावीर गाजे,
जड़ चेतन जग महिमा छाजे।

आधि व्याधि उपाधि हरता,
रोग उपद्रव दुख संहरता,
ऋद्धि सिद्धि मंगल करता,
सत्वर सहाय पग़ला भरता,
घंटाकर्ण महावीर गाजे,
जड़ चेतन जग महिमा छाजे।

घंटाकर्ण महावीर तारी,
आरति करता जे नर नारी,
आरति चिंता शोक निवारी,
धर्मी थतां दोषों ने टाळी
घंटाकर्ण महावीर गाजे,
जड़ चेतन जग महिमा छाजे।

गाजी रह्यो जगमांही सघळे,
घरमां सागरमां रण वगडे,
सहाय करंतो वादे झगडे,
दुष्टोथी कंइ शुभ न बगडे,
घंटाकर्ण महावीर गाजे,
जड़ चेतन जग महिमा छाजे।

देश नगर संघ वर्तो शांति,
भक्त जनोनी वध शे कांति,
महामारी भय संकट नासो,
आरोग्यानंदे जगवासो,
घंटा कर्ण महावीर गाजे,
जड़ चेतन जग महिमा छाजे।

मंगल माल घर घर प्रगटो,
इति उपद्रव विघ्नो विघटो,
शांति आनंद ने प्रगटावो,
समरंता झट म्हारे आवो,
घंटा कर्ण महावीर गाजे,
जड़ चेतन जग महिमा छाजे।

आत्म महावीर शासन राज्ये,
सेवाकारक जगमां गाजे,
बुद्धि सागर आतम काजे,
क्षण क्षण व्हेलो सहाये थाजे,
घंटा कर्ण महावीर गाजे,
जड़ चेतन जग महिमा छाजे। 
 

ghantakarna mahaveer arti

Jad Chetan Jag Mahima Chhaaje,
Ghanta Karn Mahaavir Gaaje,
Jad Chetan Jag Mahima Chhaaje,

Manavaanchhit Puran Kar Naara,
Bhakt Jano Na Bhay Har Naara,
Ghantaakarn Mahaavir Gaaje,
Jad Chetan Jag Mahima Chhaaje.

Aadhi Vyaadhi Upaadhi Harata,
Rog Upadrav Dukh Sanharata,
Rddhi Siddhi Mangal Karata,
Satvar Sahaay Pagala Bharata,
Ghantaakarn Mahaavir Gaaje,
Jad Chetan Jag Mahima Chhaaje.

Ghantaakarn Mahaavir Taari,
Aarati Karata Je Nar Naari,
Aarati Chinta Shok Nivaari,
Dharmi Thataan Doshon Ne Taali
Ghantaakarn Mahaavir Gaaje,
Jad Chetan Jag Mahima Chhaaje.

Gaaji Rahyo Jagamaanhi Saghale,
Gharamaan Saagaramaan Ran Vagade,
Sahaay Karanto Vaade Jhagade,
Dushtothi Kani Shubh Na Bagade,
Ghantaakarn Mahaavir Gaaje,
Jad Chetan Jag Mahima Chhaaje.

Desh Nagar Sangh Varto Shaanti,
Bhakt Janoni Vadh She Kaanti,
Mahaamaari Bhay Sankat Naaso,
Aarogyaanande Jagavaaso,
Ghanta Karn Mahaavir Gaaje,
Jad Chetan Jag Mahima Chhaaje.

Mangal Maal Ghar Ghar Pragato,
Iti Upadrav Vighno Vighato,
Shaanti Aanand Ne Pragataavo,
Samaranta Jhat Mhaare Aavo,
Ghanta Karn Mahaavir Gaaje,
Jad Chetan Jag Mahima Chhaaje.

Aatm Mahaavir Shaasan Raajye,
Sevaakaarak Jagamaan Gaaje,
Buddhi Saagar Aatam Kaaje,
Kshan Kshan Vhelo Sahaaye Thaaje,
Ghanta Karn Mahaavir Gaaje,
Jad Chetan Jag Mahima Chhaaje.
 
JAIN BHAJAN: SAHELDI RE
SINGER: ANURADHA PAUDWAL


यह प्रसिद्ध भजन है, जिसे यूट्यूब पर बहुत से लोगों के द्वारा पसंद किया जा रहा है। इस भजन को आप अवश्य ही सुने, लाइक और कमेंट करें। ऐसे ही भजन सुनने के लिए आप चैनल को सब्सक्राइब अवश्य करे। यह महावीर जी की प्रसिद्द स्तुति है जो गुजराती भाषा में है। घंटाकर्ण स्तोत्र सर्व रोग नाशक महा प्रभावशाली स्तोत्र है। इस स्तोत्र से साधक की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है एवं मनोबल दृढ होता है। जिससे स्वतः ही सभी रोगों से बचाव हो जाता है। वर्तमान दौर में जो कोरोना महामारी फैल रही है, ऐसे समय में इस स्तोत्र का श्रवण बहुत ही लाभदायक माना गया है। अतः प्रतिदिन प्रातः इस स्तोत्र का श्रवण अवश्य करें।
 
ॐ घंटाकर्णो महावीरः सर्वव्याधि-विनाशकः।
विस्फोटक भयं प्राप्ते, रक्ष-रक्ष महाबलः ॥1॥

यत्र त्व तिष्ठसे देव! लिखितो ऽक्षर-पंक्तिभिः।
रोगास्तत्र प्रणश्यन्ति, वात पित्त कफोद्भवाः ॥2॥

तत्र राजभयं नास्ति, यान्ति कर्णे जपात्क्षयम्‌।
शाकिनी-भूत वेताला, राक्षसाः प्रभवन्ति नो ॥3॥

नाकाले मरण तस्य, न च सर्पेण दृश्यते।
अग्नि चौर भयं नास्ति, ॐ ह्वीं श्रीं घंटाकर्ण।
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