बड़ो प्यारो लगे दरबार भवानी तुझे नज़र ना लगे
(मुखड़ा)
बड़ो प्यारो लगे दरबार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे,
नज़र ना लगे, माँ, नज़र ना लगे।
बड़ो प्यारो लगे सिंगार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।।
(अंतरा 1)
कैसे, भवानी, तोरी नज़र उतारूँ?
कैसे, भवानी, तोरी नज़र उतारूँ?
लूण-राई से देऊँ उतार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।
बड़ो प्यारो लगे दरबार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।।
(अंतरा 2)
कैसे, भवानी, तोरे चरण धुलाऊँ?
कैसे, भवानी, तोरे चरण धुलाऊँ?
स्वर्ण कलशों में गंगा की धार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।
बड़ो प्यारो लगे दरबार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।।
(अंतरा 3)
कैसे, भवानी, तोहे चुनर चढ़ाऊँ?
कैसे, भवानी, तोहे चुनर चढ़ाऊँ?
लाल चुनरी में गोटा किनार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।
बड़ो प्यारो लगे दरबार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।।
(अंतरा 4)
कैसे, भवानी, तोरी करूँ मैं आरती?
कैसे, भवानी, तोरी करूँ मैं आरती?
धूप-बाती से दीपक उजियार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।
बड़ो प्यारो लगे दरबार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।।
(अंतरा 5)
कैसे, भवानी, तोरे भोग लगाऊँ?
कैसे, भवानी, तोरे भोग लगाऊँ?
खीर-पूरी और हलवा-प्रसाद,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।
बड़ो प्यारो लगे दरबार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
बड़ो प्यारो लगे दरबार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे,
नज़र ना लगे, माँ, नज़र ना लगे।
बड़ो प्यारो लगे सिंगार,
भवानी, तुझे नज़र ना लगे।।
।।माता रानी भजन।।बड़ो प्यारो लगे दरबार।।Mata Bhajan।।Bhawani Tujhe Nazar Na Lage।।