साँवरा थारी माया रो पायो कोनी पार भजन लिरिक्स Sanvara Thari Maaya Ro Paayo Koni Paar Lyrics Meaning

साँवरा थारी माया रो पायो कोनी पार भजन लिरिक्स Sanvara Thari Maaya Ro Paayo Koni Paar Lyrics Meaning



Latest Bhajan Lyrics

साँवरा थारी माया रो,
पायो कोनी पार,
भेद नही जाण्यो रै,
दयालु दीना नाथ।

इंदर कोप कियो बृज ऊपर,
बरसयो मूसलधार,
अरे, नख पर गिरीवर धार्यो रै,
दयालु दीना नाथ,
साँवरा थारी माया रो,
पायो कोनी पार,
भेद नही जाण्यो रै,
दयालु दीना नाथ।

गऊँ रा जाया बैलिया,
कमावे दिन रात,
बूढा कर कर बेचे रै,
दयालू दीना नाथ,
साँवरा थारी माया रो,
पायो कोनी पार,
भेद नही जाण्यो रै,
दयालु दीना नाथ।

प्रहलाद जी बरजै,
हिरणाकुश राज,
अरे, राम नाम मत लीज्यो रै,
दयालू दीना नाथ,
साँवरा थारी माया रो,
पायो कोनी पार,
भेद नही जाण्यो रै,
दयालु दीना नाथ।

विष रा प्याला राणा भेजिया,
दीज्यो मीरा ने जाय,
कर चरणामृत पी गई रै,
दयालू दीना नाथ,
साँवरा थारी माया रो,
पायो कोनी पार,
भेद नही जाण्यो रै,
दयालु दीना नाथ।

मीरा बाई री अरज करे,
सुणों द्वारिकानाथ,
म्हे चरणा री दासी रे,
दयालू दीना नाथ,
साँवरा थारी माया रो,
पायो कोनी पार,
भेद नही जाण्यो रै,
दयालु दीना नाथ।

साँवरा थारी माया रो,
पायो कोनी पार,
भेद नही जाण्यो रै,
दयालु दीना नाथ।

साँवरा थारी माया रो, पायो कोनी पार : साँवरा, श्री कृष्ण आपकी माया का किसी ने पार नहीं पाया है, रहस्य को नहीं जान पाएं हैं।
भेद नही जाण्यो रै, दयालु दीना नाथ : हे दयालु दीनानाथ आपकी माया का कोई भेद नहीं पा सका है।
इंदर कोप कियो बृज ऊपर, बरसयो मूसलधार : इंद्र ने बृज के ऊपर अपना प्रकोप किया और मूसलाधार बरसात की।
अरे, नख पर गिरीवर धार्यो रै, दयालु दीना नाथ : हे दयालु दीनानाथ आपने अपने नाखून (अंगुली) पर पर्वत को उठा लिया/धारण कर लिया और ब्रज की रक्षा की।
गऊँ रा जाया बैलिया, कमावे दिन रात : गाय के जाए, पैदा किये हुए बैल दिन रात कमाते हैं। बैल को हम लोग कृषि के कार्यों में लेते आए हैं।
बूढा कर कर बेचे रै, दयालू दीना नाथ : इनको बूढ़ा होने के उपरान्त बेच दिया जाता है जो की आश्चर्य की बात है। यहाँ पर मनुष्य के स्वार्थी होने पर व्यंग्य है।
प्रहलाद जी बरजै, हिरणाकुश राज : हिरकुंश भक्त प्रह्लाद को भक्ति के लिए मना करता है।
अरे, राम नाम मत लीज्यो रै, दयालू दीना नाथ : और कहता है की राम का नाम मत लेना।  
विष रा प्याला राणा भेजिया, दीज्यो मीरा ने जाय : मीरा बाई की भक्ति से खिन्न होकर (राणा जी जो मीरा बाई के पति थे वे राजपूत कुल से सम्बन्ध रखते थे और उस समय के मुताबिक़ राजपूती स्त्रियों का घर से बेपर्दा निकलना भी उचित नहीं था, ऐसे में मीरा बाई साधू संतों के साथ कृष्ण की भक्ति करती, भजन गाती और नृत्य करती रहती। मीरा बाई को मारने के लिए राणा जी ने विष का प्याला मीरा बाई के लिए भिजवाया था। ) विष का प्याला राणाजी ने भिजवाया और कहा की मीरा बाई को जाकर देना।
कर चरणामृत पी गई रै, दयालू दीना नाथ : बाई मीरा ने श्री कृष्ण के चरणों से विष के प्याले को लगा कर चरणामृत (भगवान् के चढ़ाया जाने वाला जल ही चरणामृत कहलाता है ) समझ कर पी गई, लेकिन उनके लिए जहर भी अमृत बन गया था, ऐसी माया है श्री कृष्ण की।
मीरा बाई री अरज करे, सुणों द्वारिकानाथ : मीरा बाई आपसे विनय करती है की मेरी बात सुनों द्वारिका के नाथ।
म्हे चरणा री दासी रे, दयालू दीना नाथ : मैं तो आपके चरणों की दासी हूँ। 

सावरा थारी माया रो पायो कोनी पार - Marwadi Desi Bhajan Song | Shankar Tak

Saanvara Thaari Maaya Ro,
Paayo Koni Paar,
Bhed Nahi Jaanyo Rai,
Dayaalu Dina Naath.

Indar Kop Kiyo Brj upar,
Barasayo Musaladhaar,
Are, Nakh Par Girivar Dhaaryo Rai,
Dayaalu Dina Naath,
Saanvara Thaari Maaya Ro,
Paayo Koni Paar,
Bhed Nahi Jaanyo Rai,
Dayaalu Dina Naath.

Gaun Ra Jaaya Bailiya,
Kamaave Din Raat,
Budha Kar Kar Beche Rai,
Dayaalu Dina Naath,
Saanvara Thaari Maaya Ro,
Paayo Koni Paar,
Bhed Nahi Jaanyo Rai,
Dayaalu Dina Naath.

Prahalaad Ji Barajai,
Hiranaakush Raaj,
Are, Raam Naam Mat Lijyo Rai,
Dayaalu Dina Naath,
Saanvara Thaari Maaya Ro,
Paayo Koni Paar,
Bhed Nahi Jaanyo Rai,
Dayaalu Dina Naath.

Vish Ra Pyaala Raana Bhejiya,
Dijyo Mira Ne Jaay,
Kar Charanaamrt Pi Gai Rai,
Dayaalu Dina Naath,
Saanvara Thaari Maaya Ro,
Paayo Koni Paar,
Bhed Nahi Jaanyo Rai,
Dayaalu Dina Naath.

Mira Bai Ri Araj Kare,
Sunon Dvaarikaanaath,
Mhe Charana Ri Daasi Re,
Dayaalu Dina Naath,
Saanvara Thaari Maaya Ro,
Paayo Koni Paar,
Bhed Nahi Jaanyo Rai,
Dayaalu Dina Naath.

Saanvara Thaari Maaya Ro,
Paayo Koni Paar,
Bhed Nahi Jaanyo Rai,
Dayaalu Dina Naath.
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