जबसे गुरुवर आपने अपना बना लिया
जबसे गुरुवर आपने, अपना बना लिया।।
भटके हुए इंसान को, रास्ता दिखा दिया।।
जबसे गुरुवर आपने, अपना बना लिया।।
बस एक झलक ही सही, दीदार तो मिले।।
ज्यादा की नहीं चाह है, पर प्यार तो मिले।।
दिलदार मेरे यार हो, और हो मेरे पिया।।
जबसे गुरुवर आपने, अपना बना लिया।।
देखो निशान पड़ गए, माथे पे पीड़ा के।।
किसको दिखाऊँ यहाँ, इस दिल को चीर के।।
दीवाने हो गए हैं हम, जादू सा क्या किया।।
जबसे गुरुवर आपने, अपना बना लिया।।
नज़र-ए-कर्म ने आपकी, जो कमाल कर दिया।।
जीवन में गौरव दिया, और नाम किया है।।
पत्थर को छूकर आपने, पारस बना दिया।।
जबसे गुरुवर आपने, अपना बना लिया।।
जब से गुरुवर आप ने अपना बना लिया || Paras Ladla Ji || Jab Se Guruwar Aap Ne Apna Bana Liya