शेरावाली माँ खजाने बैठी खोल के भजन

शेरावाली माँ खजाने बैठी खोल के भजन

(मुखड़ा)
शेरावाली माँ खजाने बैठी खोल के,
जोतावाली माँ खजाने बैठी खोल के,
दुख सबके हरती जय हो,
भंडार है भरती जय हो,
तकदीर बदलती, ज़रा देर न लगती,
जोतावाली माँ खजाने बैठी खोल के,
शेरावाली माँ खजाने बैठी खोल के।।

(अंतरा)
यहाँ हर पल दाती बाँटती,
खुशियों के मोती,
यहाँ सुख के सारे,
रत्नों की है बारिश होती,
जो चाहिए ले लो जय हो,
आवाज़ें दे लो जय हो,
ये माँ का दर है,
तुम्हें किसका डर है,
जोतावाली माँ खजाने बैठी खोल के,
शेरावाली माँ खजाने बैठी खोल के।।

माँ रोज यहाँ कंगालों को,
धनवान बनाती,
वो झोपड़ी को बंगला,
आलिशान बनाती,
हर आशा तेरी जय हो,
कर देगी पूरी जय हो,
विश्वास रखो,
फिर जादू देखो,
जोतावाली माँ खजाने बैठी खोल के,
शेरावाली माँ खजाने बैठी खोल के।।

वो मिट्टी को भी छू ले तो,
सोना बन जाता,
अरे उसी से भिक्षा लेता,
जग का भाग्य विधाता,
जो जग की दाती जय हो,
जो सबको देती जय हो,
तुमको भी देगी,
हमको भी देगी,
जोतावाली माँ खजाने बैठी खोल के,
शेरावाली माँ खजाने बैठी खोल के।।

(अंतिम पुनरावृत्ति)
शेरावाली माँ खजाने बैठी खोल के,
जोतावाली माँ खजाने बैठी खोल के,
दुख सबके हरती जय हो,
भंडार है भरती जय हो,
तकदीर बदलती, ज़रा देर न लगती,
जोतावाली माँ खजाने बैठी खोल के,
शेरावाली माँ खजाने बैठी खोल के।।
 


Sherawali Maa Khajaane Baithi Khol Ke [Full Song] Maa Khajane Baithi Khol Ke
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