मँझधार में कश्ती है लिरिक्स Majhdhar Me Kashti Hai Lyrics, Krishna Bhajan by Mridul Krishna Shashtri Ji
मँझधार में कश्ती है,और राह अनजानी है,
सुन बाँके मुरली वाले,
मेरी नाँव पुरानी है,
मँझधार में कश्ती है,
और राह अनजानी है।
मँझधार : नदी में बीच का स्थान, बीचोबीच, (जहाँ पानी गहरा और बहाव तेज़ हो), मझधार, तूफ़ान, किसी काम का मध्य, गर्दाब, व्हर्लपूल, मुराद : मुसीबत
तेरी बाँकी अदा चितवन,
मेरे मन में समाई है,
रग रग में साँवरिया,
मदहोशी छाई है,
वृंदावन वास मिले,
चाहत ये पुरानी है,
सुन बाँके मुरली वाले,
मेरी नाँव पुरानी है,
मँझधार में कश्ती है,
और राह अनजानी है।
मदहोशी : मदहोश होने की अवस्था या भाव, स्वंय पर से नियंत्रण का हट जाना और बेसुध जैसा हो जाना, निश्चेष्टता, उन्मत्तता, मतवालापन आदि।
ये जग अंधियारा है,
तू जग उजियारा है,
बदकिस्मत बेबस का,
बस तू ही सहारा है,
अपने ही नहीं अपने,
दो दिन जिंदगानी है,
सुन बाँके मुरली वाले,
मेरी नाँव पुरानी है,
मँझधार में कश्ती है,
और राह अनजानी है।
बदकिस्मत : अभागा, दुर्भाग्यवान होना, बुरी किस्मत का होना, भाग्यहीन, बदनसीब, बुरे नसीबे वाला आदि।
बेबस : बेबस, जिसका किसी पर नियंत्रण ना हो, लाचार, असहाय, विवश, मजबूर, परवश, पराधीन आदि।
बेबस : बेबस, जिसका किसी पर नियंत्रण ना हो, लाचार, असहाय, विवश, मजबूर, परवश, पराधीन आदि।
दर्शन मतवाले है,
तेरे चाहने वाले है,
जिस हाल में तू रखें,
हम रहने वाले है,
तू खुश है जहाँ खुश है,
उल्फत दीवानी है,
सुन बाँके मुरली वाले,
मेरी नाँव पुरानी है,
मँझधार में कश्ती है,
और राह अनजानी है।
उलफ़त : प्यार और मुहब्बत में उहापोह की स्थिति।
दीवानी : बावली प्रेमिका, सुध बुध खोई हुई, पागल।
दीवानी : बावली प्रेमिका, सुध बुध खोई हुई, पागल।
दुनियाँ के कण कण में,
तेरा जलवा नुमाई है,
जिस तरफ नजर डालूँ,
तेरी सूरत भाई है,
चाहत है यही मन की,
तुझे प्रीत निभानी है,
सुन बाँके मुरली वाले,
मेरी नाँव पुरानी है,
मँझधार में कश्ती है,
और राह अनजानी है।
नुमाई : ऊपर से दिखाने या दिखावे का भाव, दिखावा।
जल्वा : नूर, कान्ति, दर्शन, छवि का दर्शन।
जल्वा : नूर, कान्ति, दर्शन, छवि का दर्शन।
मजधार में कश्ती है,और राह अनजानी है,सुन बाँके मुरली वाले मेरी नाव पुरानी है, तेरी बांकी अदा चितवन मे
Aur Raah Anajaani Hai,
Sun Baanke Murali Vaale,
Meri Naanv Puraani Hai,
Manjhadhaar Mein Kashti Hai,
Aur Raah Anajaani Hai.
Teri Baanki Ada Chitavan,
Mere Man Mein Samai Hai,
Rag Rag Mein Saanvariya,
Madahoshi Chhai Hai,
Vrndaavan Vaas Mile,
Chaahat Ye Puraani Hai,
Sun Baanke Murali Vaale,
Meri Naanv Puraani Hai,
Manjhadhaar Mein Kashti Hai,
Aur Raah Anajaani Hai.
Ye Jag Andhiyaara Hai,
Tu Jag Ujiyaara Hai,
Badakismat Bebas Ka,
Bas Tu Hi Sahaara Hai,
Apane Hi Nahin Apane,
Do Din Jindagaani Hai,
Sun Baanke Murali Vaale,
Meri Naanv Puraani Hai,
Manjhadhaar Mein Kashti Hai,
Aur Raah Anajaani Hai.
Darshan Matavaale Hai,
Tere Chaahane Vaale Hai,
Jis Haal Mein Tu Rakhen,
Ham Rahane Vaale Hai,
Tu Khush Hai Jahaan Khush Hai,
Ulphat Divaani Hai,
Sun Baanke Murali Vaale,
Meri Naanv Puraani Hai,
Manjhadhaar Mein Kashti Hai,
Aur Raah Anajaani Hai.
Duniyaan Ke Kan Kan Mein,
Tera Jalava Numai Hai,
Jis Taraph Najar Daalun,
Teri Surat Bhai Hai,
Chaahat Hai Yahi Man Ki,
Tujhe Prit Nibhaani Hai,
Sun Baanke Murali Vaale,
Meri Naanv Puraani Hai,
Manjhadhaar Mein Kashti Hai,
Aur Raah Anajaani Hai.