नथ म्हारीं दिज्यो जी गिरधारी मीनिंग Nath Mhari Dijyo Ji Girdhari Hindi Meaning

नथ म्हारीं दिज्यो जी गिरधारी मीनिंग Nath Mhari Dijyo Ji Girdhari Hindi Meaning, Krishna Bhajan (Rajasthani/Marwadi Krishna Bhajan) by Seema Mishra

नथ म्हारीं दिज्यो जी गिरधारी मीनिंग Nath Mhari Dijyo Ji Girdhari Hindi Meaning
 
नथ म्हारीं दिज्यो जी गिरधारी,
नथ म्हारी दीज्यो, जी गिरधारी,
साँवरिया थास्यूँ अरज करे छै राधाप्यारी,
बनवारी थास्यूँ अरज करे सै राधाप्यारी।


वृंद्रावन में रास रच्यो है,
विन्दरावन में रास रच्यों है,
रास रमण कुण ज्यासी, म्हारा साँवरा,
रास रमण कुण ज्यासी, म्हारा साँवरा,
रमता खेलता, नथ म्हारी ग़मगी,
घणों तो ओळमो आसी,
नथ म्हारीं दिज्यो जी गिरधारी,
नथ म्हारी दीज्यो, जी गिरधारी।

ग्वाल बाळ मिल ढूढ़ण लाग्या,
ग्वाल बाळ मिल ढूढ़ण लाग्या,
सखियाँ भई उदासी, म्हारा साँवरा,
एजी नथ म्हारी नाहीं मिली तो,
गाया री दलाली में ज्यासी, नथ म्हारी,
नथ म्हारीं दिज्यो जी गिरधारी,
नथ म्हारी दीज्यो, जी गिरधारी।
साँवरिया थास्यूँ अरज करे सै राधाप्यारी,
बनवारी थास्यूँ अरज करे सै राधाप्यारी।
नथ म्हारीं दिज्यो जी गिरधारी,
नथ म्हारी दीज्यो, जी गिरधारी।

म्हे तो म्हारे पीहर ज्यासा,
बाबुल और घड़ासी, म्हारा साँवरा,
खारा समंद रा, मोतीड़ा मंगास्यां,
सोने रो तार पुवास्या,
नथ म्हारीं दिज्यो जी गिरधारी,
नथ म्हारी दीज्यो, जी गिरधारी।

थे मत जाणों आ बरजोरी,
थारो मान घटास्यां, म्हारा साँवरा,
चंद्रसखी भज बालकृष्ण छवि,
चंद्रसखी भज बालकृष्ण छवि,
घर बैठ्या नथ आसी,
नथ म्हारीं दिज्यो जी गिरधारी,
नथ म्हारी दीज्यो, जी गिरधारी।

नथ म्हारीं दिज्यो जी गिरधारी,
नथ म्हारी दीज्यो, जी गिरधारी,
साँवरिया थास्यूँ अरज करे छै राधाप्यारी,
बनवारी थास्यूँ अरज करे छै राधाप्यारी।

नथ म्हारीं दिज्यो जी गिरधारी : हे गिरधारी (गिरी को अंगुली पर धारण करने वाले) मेरी नथ को आप मुझे लौटा दो। नथ : एक तरह का आभूषण होता है जो प्रधान रूप से सोने का बना होता है और जिसे स्त्री अपने नाक में पहनती है। इस भजन में राधा जी स्वंय की  नथ के गुम हो जाने की बात कहती हैं और श्री कृष्ण जी से कहती हैं की मुझे मेरी नथ लौटा दो (शायद नथ श्री कृष्ण ने छुपा ली है )
साँवरिया थास्यूँ अरज करे छै राधाप्यारी : आपसे राधा विनय कर रही है, अरज कर रही है।
बनवारी थास्यूँ अरज करे सै राधाप्यारी : हे बनवारी मुझे मेरी नथ को लौटा दो।
वृंद्रावन में रास रच्यो है : वृन्दावन में रास रचा है।
रास रमण कुण ज्यासी, म्हारा साँवरा : जब मेरी नथ खो गई है तो ऐसे में वृन्दावन में रास रमण करने कौन जाएगा ?
रमता खेलता, नथ म्हारी ग़मगी : देखो, खेलते और घूमते (रमन करना) हुए मेरी नथ कहीं पर खो गई है। ग़मगी -खो गई है, गुम हो गई है।
घणों तो ओळमो आसी : मुझे बहुत उलाहना मिलेगा। घणों -बहुत, ओळमों-उलाहना, दोष मिलना, आसी -आएगा।
ग्वाल बाळ मिल ढूढ़ण लाग्या : सभी ग्वाल बाल ढूंढने में लगे हैं।
सखियाँ भई उदासी, म्हारा साँवरा : मेरी सभी सखियाँ नथ के गुम हो जाने पर उदास हो गई हैं।
एजी नथ म्हारी नाहीं मिली तो : यदि मेरी नथ नहीं मिली तो। एजी -सम्बोधन शब्द जैसे अरे। म्हारी-मेरी, नाहीं-नहीं।
गाया री दलाली में ज्यासी, नथ म्हारी : यह तो गाय चराने के दलाली में ही चली जायेगी।
म्हे तो म्हारे पीहर ज्यासा : मैं तो अपने पिता के घर चली जाउंगी। पीहर-पिता का घर, ज्यास्या-जाउंगी। म्हारे-मेरे।
बाबुल और घड़ासी, म्हारा साँवरा :
कोई बात नहीं, मेरे पिता दूसरी बनवा कर देंगे। बाबुल-पिता। और-दूसरी, एक और। घड़ासी-आभूषण घडवाना, बनवाना।
खारा समंद रा, मोतीड़ा मंगास्यां : समुद्र के खारे पानी से मोती मँगवाउंगी।
सोने रो तार पुवास्या : उस नथ में सोने का एक तार पिरोऊंगी। पुवास्या-पिरोना।
थे मत जाणों आ बरजोरी : तुम इस जबरदस्ती पर गुमान मत करना।
थारो मान घटास्यां, म्हारा साँवरा : मैं आपका मान मर्दन करुँगी, आपके यश को कम करुँगी, आपकी बुराई करुँगी।
चंद्रसखी भज बालकृष्ण छवि : चन्द्रसखी लेखिका कहती हैं की बाल कृष्ण की छवि का सुमिरण करो।
घर बैठ्या नथ आसी : घर बैठे ही नथ पुनः प्राप्त होगी। 
 

Rajasthani Krishna Bhajan - Nath Mhari Deejo

Nath Mhaarin Dijyo Ji Giradhaari,
Nath Mhaari Dijyo, Ji Giradhaari,
Saanvariya Thaasyun Araj Kare Chhai Raadhaapyaari,
Banavaari Thaasyun Araj Kare Sai Raadhaapyaari.

Vrndraavan Mein Raas Rachyo Hai,
Vindaraavan Mein Raas Rachyon Hai,
Raas Raman Kun Jyaasi, Mhaara Saanvara,
Raas Raman Kun Jyaasi, Mhaara Saanvara,
Ramata Khelata, Nath Mhaari Gamagi,
Ghanon To Olamo Aasi,
Nath Mhaarin Dijyo Ji Giradhaari,
Nath Mhaari Dijyo, Ji Giradhaari.

Gvaal Baal Mil Dhudhan Laagya,
Gvaal Baal Mil Dhudhan Laagya,
Sakhiyaan Bhi Udaasi, Mhaara Saanvara,
Eji Nath Mhaari Naahin Mili To,
Gaaya Ri Dalaali Mein Jyaasi, Nath Mhaari,
Nath Mhaarin Dijyo Ji Giradhaari,
Nath Mhaari Dijyo, Ji Giradhaari.
Saanvariya Thaasyun Araj Kare Sai Raadhaapyaari,
Banavaari Thaasyun Araj Kare Sai Raadhaapyaari.
Nath Mhaarin Dijyo Ji Giradhaari,
Nath Mhaari Dijyo, Ji Giradhaari.

Mhe To Mhaare Pihar Jyaasa,
Baabul Aur Ghadaasi, Mhaara Saanvara,
Khaara Samand Ra, Motida Mangaasyaan,
Sone Ro Taar Puvaasya,
Nath Mhaarin Dijyo Ji Giradhaari,
Nath Mhaari Dijyo, Ji Giradhaari.

The Mat Jaanon Aa Barajori,
Thaaro Maan Ghataasyaan, Mhaara Saanvara,
Chandrasakhi Bhaj Baalakrshn Chhavi,
Chandrasakhi Bhaj Baalakrshn Chhavi,
Ghar Baithya Nath Aasi,
Nath Mhaarin Dijyo Ji Giradhaari,
Nath Mhaari Dijyo, Ji Giradhaari.

Nath Mhaarin Dijyo Ji Giradhaari,
Nath Mhaari Dijyo, Ji Giradhaari,
Saanvariya Thaasyun Araj Kare Chhai Raadhaapyaari,
Banavaari Thaasyun Araj Kare Chhai Raadhaapyaari.

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