विपदा आने वाली थी, पर श्याम आ गया, लिखता था जय श्री श्याम, वो ही काम आ गया,
किये कौन से भले करम थे, बीते जन्मो में मैंने, श्री श्याम कृपालु उसका फल, आये मुझको देने, मेरी परीक्षा का जैसे, परिणाम आ गया, लिखता था जय श्री श्याम, वो ही काम आ गया, विपदा आने वाली थी, पर श्याम आ गया, लिखता था जय श्री श्याम, वो ही काम आ गया।
मेरे सारे संकट काटे, मेरे बिगड़े काम बनाये, मेरी जब जब नैया डोले, ये आकर पार लगाए, मेरी श्रद्धा भक्ति का, ईनाम आ गया, लिखता था जय श्री श्याम, वो ही काम आ गया, विपदा आने वाली थी, पर श्याम आ गया, लिखता था जय श्री श्याम, वो ही काम आ गया।
जब जब मैंने सोचा है, उसके दर पर जाऊँगा, इस मन की व्यथा सुना कर, उसकी कृपा पाऊंगा, उससे पहले श्याम का, पैगाम आ गया, लिखता था जय श्री श्याम, वो ही काम आ गया, विपदा आने वाली थी, पर श्याम आ गया, लिखता था जय श्री श्याम, वो ही काम आ गया।
विपदा आने वाली थी, पर श्याम आ गया, लिखता था जय श्री श्याम, वो ही काम आ गया, विपदा आने वाली थी, पर श्याम आ गया, लिखता था जय श्री श्याम, वो ही काम आ गया।