माँ का दर चूमकर, सारे गम भूलकर, माँ का दर चूम कर, सारे ग़म भूल कर, मैंने अर्जी लगाई, मजा आ गया। माँ का दर चूमकर, सारे गम भूलकर, मैंने अर्जी लगाई, मजा आ गया, दर बदर घूम कर, मैया के द्वार पर, मैंने झोली फैलाई, मजा आ गया, माँ का दर चूम कर, सारे ग़म भूल कर, मैंने अर्जी लगाई, मजा आ गया।
सिंह पर बैठ कर माँ भवानी चली, दुष्ट दानव पे माँ की दुधारी चली, रण में संहार कर, दुष्टों को मार कर, मुण्डमाला बनाई, मजा आ गया, माँ का दर चूम कर, सारे ग़म भूल कर, मैंने अर्जी लगाई, मजा आ गया।
माँ की कृपा के बादल बरस जायेंगे, सबके बिगड़े मुकद्दर संवर जायेंगे, बात बन जायेगी, झोली भर जायेगी, माँ से आशा लगाई, मजा आ गया, माँ का दर चूम कर, सारे ग़म भूल कर, मैंने अर्जी लगाई, मजा आ गया।
आसरा इस जहाँ में मिले ना मिले, माँ के दर पे पदम को ठिकाना मिले, आ गये द्वार माँ, कर दो उपकार माँ, माँ की महिमा को गाई, मजा आ गया, माँ का दर चूम कर, सारे ग़म भूल कर, मैंने अर्जी लगाई, मजा आ गया। माँ का दर चूम कर, सारे ग़म भूल कर, मैंने अर्जी लगाई, मजा आ गया।
लाखों में एक है ये भजन "मेरे रश्के क़मर" - न्यू फिल्मी तर्ज़ भजन | Mukesh Kumar | Navratri Bhajan
Maan Ka Dar Chumakar, Saare Gam Bhulakar, Maan Ka Dar Chum Kar, Saare Gam Bhul Kar, Mainne Arji Lagai, Maja Aa Gaya. Maan Ka Dar Chumakar, Saare Gam Bhulakar,
माँ का दर चूमकर.... सारे गम भूलकर..... माँ का दर चूमकर,सारे गम भूलकर मैंने अर्जी लगाई, मजा आ गया ||
माँ का दर चूमकर,सारे गम भूलकर मैंने अर्जी लगाई, मजा आ गया || दर बदर घूम कर, मैया के द्वार पर | मैंने झोली फैलाई, मजा आ गया || (1) सिंह पर बैठ कर माँ भवानी चली | दुष्ट दानव पे माँ की दुधारी चली || रण में संहार कर, दुष्टों को मार कर | मुण्डमाला बनाई, मजा आ गया | (2) माँ की कृपा के बादल बरस जायेंगे | सबके बिगड़े मुकद्दर संवर जायेंगे || बात बन जायेगी, झोली भर जायेगी | माँ से आशा लगाई, मजा आ गया || (3) आसरा इस जहाँ का मिले न मिले | माँ के दर पे पदम को ठिकाना मिले || आ गये द्वार माँ, कर दो उपकार माँ || माँ की महिमा को गाई, मजा आ गया