राणा जी ने विष दियो, छल मीरा रे साथ, प्याला विष अमृत भयो, राखि भक्ता की जाती लाज रै, सांवरा गिरधारी, म्हारी हुण्डी स्वीकारों महाराज रै, सांवरा गिरधारी।
म्हारी हुंडी स्वीकारों महाराज रै,
सांवरा गिरधारी, म्हानें एक छै थारों आधार रै, सांवरा गिरधारी, म्हारी हुण्डी स्वीकारों महाराज रै, सांवरा गिरधारी।