राधे तेरे बरसाने मंजिल गर मिल जाए

राधे तेरे बरसाने मंजिल गर मिल जाए

राधे तेरे बरसाने, मंजिल गर मिल जाये,
दुनियां की दलदल से, जीवन यह निकल जाए,
राधे तेरे बरसाने, मंजिल गर मिल जाये,
दुनियां की दलदल से, जीवन यह निकल जाये।

तेरा धाम ये बरसाना, तीहुंलोक से न्यारा है,
चले मंद सुगन्ध जहां, बहती रसधारा है,
रस अमृत पी करके, मुक्ति यहां मिल जाये,
दुनिया की दलदल से, जीवन यह निकल जाये,
राधे तेरे बरसाने, मंजिल गर मिल जाये,
दुनियां की दलदल से, जीवन यह निकल जाये।

तेरे बरसाने बसती, सुख शान्ति परम भक्ति,
तेरी प्रेम नगरिया में, अद्धभुत है भरी मस्ती,
इक बार जो आ जाये, तकदीर बदल जाये,
दुनिया की दलदल से, जीवन यह निकल जाये,
राधे तेरे बरसाने, मंजिल गर मिल जाये,
दुनियां की दलदल से, जीवन यह निकल जाये।

कान्हां भी दीवाना तेरा, निसदिन यहाँ आता है,
रस ले के तुम्हीं से मधुप, बंसी को बजाता है,
रस भर दो मुझमें भी, तन मन यह खिल जाए,
दुनिया की दलदल से, जीवन यह निकल जाये,
राधे तेरे बरसाने, मंजिल गर मिल जाये,
दुनियां की दलदल से, जीवन यह निकल जाये।
 

Radhe Tere Barsane Manzil Agar Mil Jaye by Rakesh Thakur Phagwara Sankirtan 30-9-2018

Raadhe Tere Barasaane, Manjil Gar Mil Jaaye,
Duniyaan Ki Daladal Se, Jivan Yah Nikal Jae,
Raadhe Tere Barasaane, Manjil Gar Mil Jaaye,
Duniyaan Ki Daladal Se, Jivan Yah Nikal Jaaye.
Next Post Previous Post