अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में

अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में

अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में,
अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में,
बीच बुढ़ापे में, बीच बुढ़ापे में,
बीच बुढ़ापे में, बीच बुढ़ापे में,
अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में।

संगमरमर का महल बनाया,
कूलर पंखा उसमे लगाया,
बहु बेटे को उसमे बिठाया,
और मेरी खटिया बाहर,
अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में,
बीच बुढ़ापे में, बीच बुढ़ापे में,
बीच बुढ़ापे में, बीच बुढ़ापे में,
अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में।

मन मर्ज़ी का खाना नहीं मिलता,
जैसे मिलता खाना पड़ता,
रोटी ऊपर अचार,
अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में,
बीच बुढ़ापे में, बीच बुढ़ापे में,
बीच बुढ़ापे में, बीच बुढ़ापे में,
अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में।

जैसी करनी वैसी भरनी,
राम जी करेंगे बेड़ा पार,
अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में,
बीच बुढ़ापे में, बीच बुढ़ापे में,
बीच बुढ़ापे में, बीच बुढ़ापे में,
अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में।
 

अब क्या होगा मेरा मेरे राम, बीच बुढापे मे - Ram Bhajan || Ab Kya Hoga Mera Ram | Latest Ram Bhajan

Ab Kya Hoga Mera Raam Bich Budhaape Mein,
Ab Kya Hoga Mera Raam Bich Budhaape Mein,
Bich Budhaape Mein, Bich Budhaape Mein,
Bich Budhaape Mein, Bich Budhaape Mein,
Ab Kya Hoga Mera Raam Bich Budhaape Mein.
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