यह सुन्दर गीत भोजपुरी भाषा का है जिसे "सोहर गीत" भी कहा जाता है. पारंपरिक रूप से इसे घर में नवजात शिशु के आगमन (जन्म) लेने पर महिलाओं के समूह के द्वारा गाया जाता है. इस अवसर पर नवजात शिशु और उसकी माता को नए कपडे पहनाए जाते हैं और अडोस पड़ोस की महिलाएं मंगल गाने के लिए एकत्रित होती हैं.
नवजात शिशु को अपने गोद में बिठाकर उसकी माता अपने शिशु के साथ सभी से आशीर्वाद प्राप्त करती है. माँ को रिश्तेदारों के द्वारा कपडे और धन उपहार स्वरुप दिया जाता है. इसके उपरान्त परिवार के सदस्य शिशु के पालने के चारों तरफ अपने पैर को हिलाते हैं. यह गीत भोजपुरी फिल्म पिया के गाँव में प्रदर्शित किया गया था. घर परिवार के सभी लोग और रिश्तेदार मिल कर इस सोहर गीत को गाते हैं। यह गीत पुराना होकर भी आज भी नया जैसा लगता है।
जुग जुग जियसु ललनवा, भवनवां के भाग्य जागह हो, ललना लाल होई हैं, कुलवा के दीपक, मनवा में आस लागल हो॥
आजु के दिनवां सुहावन, रतिया लुभावन हो, ललना दिदिया के होरिलवा जन्में ले हो, होरिलवा बड़ा सुन्दर हो, हो ललना दिदिया के होरिलवा जन्में ले हो, होरिलवा बड़ा सुन्दर हो।
नकिया त हवे जैसे बाबुजी के, अंखिया ह माई के हो,
Bhojpuri Folk Song Lyrics Hindi
ललन मुहवाह, चनवा सुरुजवात सगरो अन्जोर भइले हो, हो ललन मुहवाह, चनवा सुरुजवात, सगरो अन्जोर भइले हो, जुग जुग जियसु ललनवा, भवनवां के भाग्य जागह हो।
सासु सुहागिन बड भागिन,
अन धन लुटावेली हो, ललना दुअरा पे बाजेला बधइया, अन्गनवा उठे सोहर हो, हो ललना दुअरा पे बाजेला बधइया, अन्गनवा उठे सोहर हो।
नांची नांची गावेली बहनियां, ललन के खेलावेली हो, ललना हंसी हंसी टिहुकी चलावेली, रस बरसावेली हो, हो ललना हंसी हंसी टिहुकी चलावेली, रस बरसावेली हो, जुग जुग जियसु ललनवा, भवनवां के भाग्य जागह हो।