घाघरे में घुँघरू जड़ा दे रसिया, फिर खेलूँगी होली।। खेलूँगी होली कान्हा, खेलूँगी होली।। घाघरे में... होए होए... घुँघरू जड़ा दे...।।
मइया से कह के मेरी साड़ी मंगा दे, बाबा से कह के मेरी चुनर मंगा दे।। हो चुनरी में... होए होए... गोटा लगा दे रसिया, फिर खेलूँगी होली।। खेलूँगी होली कान्हा, खेलूँगी होली।। घाघरे में... होए होए... घुँघरू जड़ा दे...।।
मइया से कह के मेरे कंगन बनवा दे, बाबा से कह के मुझे हरवा मंगा दे।। हो हाथों में... होए होए... मेहँदी लगा दे रसिया, फिर खेलूँगी होली।। खेलूँगी होली कान्हा, खेलूँगी होली।। घाघरे में... होए होए... घुँघरू जड़ा दे...।।
मइया से कह के मेरी तगड़ी मंगा दे, बाबा से कह के मुझे गुच्छा दिला दे।। हो गुच्छे में... होए होए... लटकन लगा दे रसिया, फिर खेलूँगी होली।। खेलूँगी होली कान्हा, खेलूँगी होली।। घाघरे में... होए होए... घुँघरू जड़ा दे...।।
मइया से कह के मेरी पायल मंगा दे, बाबा से कह के मुझे बिछुए मंगा दे।। हो पैरों में... होए होए... मेहँदी लगा दे रसिया, फिर खेलूँगी होली।। खेलूँगी होली कान्हा, खेलूँगी होली।। घाघरे में... होए होए... घुँघरू जड़ा दे...।।
मइया से कह के मेरा टीका मंगा दे, बाबा से कह के मुझे नथनी मंगा दे।। हो नथनी में... होए होए... हीरा जड़ा दे रसिया, फिर खेलूँगी होली।। खेलूँगी होली कान्हा, खेलूँगी होली।। घाघरे में... होए होए... घुँघरू जड़ा दे...।।
भामा को बुला दे ज़रा, रुक्मिणी को बुला दे, बाबा से कह के मुझे रंग मंगा दे।। हो राधे को... होए होए... संग में लाए रसिया, फिर खेलूँगी होली।। खेलूँगी होली कान्हा, खेलूँगी होली।। घाघरे में... होए होए... घुँघरू जड़ा दे...।।
हो... हो... हो... हो... होली है, नंद गाँव का छोरा है, बरसाने की छोरी है।। हो... हो... हो... हो... होली है।।
होली स्पेशल भजन || राधे को संग में लाइयो रसिया||खनकता हुआ होली भजन खेलूंगी होली #holibhajan