सुगना रा आंसूडा पोछया रामदेव सिर हाथ
सुगना रा आंसूडा पोछया रामदेव सिर हाथ
सुगना रा आंसूड़ा पोछया,
रामदेव सिर हाथ धरयो,
भानु ने आवाज लगायी,
सुतो वे तो जाग परो।
आव आव म्हारा प्यारा भानु,
मामोसा बुलावे है,
सुतो वे तो जाग नींद सूं,
कैया देर लगावे है।
थाने तो पूजे राजस्थान जियो,
गुजरात जियो ओ खम्मा,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने।।
काना में आवाज पड़ी जद,
भानु आलस मरोड़ उठ्यो,
निरखण सारू मामीसा ने,
आयो ओ दौड़्यो दौड़्यो।
धर बाता ने रामदेव जी,
भानु ने लिपटायो है,
चमत्कार ओ देख सभी के,
हिवड़े आनंद छायो है।
थाने तो पूजे राजस्थान जियो,
गुजरात जियो ओ खम्मा,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने।।
अपने लाल ने जीवत देख्यो,
सुगना रो मन हर्षायो,
कालजिया रा टुकड़ा ने वा,
हिवड़ा सूं है लिपटायो।
धीन धीन बीरा रामदेव तू,
सुगना रो है कष्ट हरयो,
मरीयोड़ा भानु ने बीरा,
पाछो थे जीवत करीयो।
थाने तो पूजे राजस्थान जियो,
गुजरात जियो ओ खम्मा,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने।।
हरख बधाया गावे सगला,
अजमालजी रे आंगन में,
रूणीचा में खुशियाँ छाई,
बीते दिनड़ा आनंद में।
रामदेव और विरमदेव जी,
खेले दोय चौपड़ पासा,
काना माई टेर पड़ी है,
जीव बचावण आ बाबा।
थाने तो पूजे राजस्थान जियो,
गुजरात जियो ओ खम्मा,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने।।
सुगना रा आंसूड़ा पोछया,
रामदेव सिर हाथ धरयो,
भानु ने आवाज लगायी,
सुतो वे तो जाग परो।
आव आव म्हारा प्यारा भानु,
मामोसा बुलावे है,
सुतो वे तो जाग नींद सूं,
कैया देर लगावे है।
थाने तो पूजे राजस्थान जियो,
गुजरात जियो ओ खम्मा,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने।।
रामदेव सिर हाथ धरयो,
भानु ने आवाज लगायी,
सुतो वे तो जाग परो।
आव आव म्हारा प्यारा भानु,
मामोसा बुलावे है,
सुतो वे तो जाग नींद सूं,
कैया देर लगावे है।
थाने तो पूजे राजस्थान जियो,
गुजरात जियो ओ खम्मा,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने।।
काना में आवाज पड़ी जद,
भानु आलस मरोड़ उठ्यो,
निरखण सारू मामीसा ने,
आयो ओ दौड़्यो दौड़्यो।
धर बाता ने रामदेव जी,
भानु ने लिपटायो है,
चमत्कार ओ देख सभी के,
हिवड़े आनंद छायो है।
थाने तो पूजे राजस्थान जियो,
गुजरात जियो ओ खम्मा,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने।।
अपने लाल ने जीवत देख्यो,
सुगना रो मन हर्षायो,
कालजिया रा टुकड़ा ने वा,
हिवड़ा सूं है लिपटायो।
धीन धीन बीरा रामदेव तू,
सुगना रो है कष्ट हरयो,
मरीयोड़ा भानु ने बीरा,
पाछो थे जीवत करीयो।
थाने तो पूजे राजस्थान जियो,
गुजरात जियो ओ खम्मा,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने।।
हरख बधाया गावे सगला,
अजमालजी रे आंगन में,
रूणीचा में खुशियाँ छाई,
बीते दिनड़ा आनंद में।
रामदेव और विरमदेव जी,
खेले दोय चौपड़ पासा,
काना माई टेर पड़ी है,
जीव बचावण आ बाबा।
थाने तो पूजे राजस्थान जियो,
गुजरात जियो ओ खम्मा,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने।।
सुगना रा आंसूड़ा पोछया,
रामदेव सिर हाथ धरयो,
भानु ने आवाज लगायी,
सुतो वे तो जाग परो।
आव आव म्हारा प्यारा भानु,
मामोसा बुलावे है,
सुतो वे तो जाग नींद सूं,
कैया देर लगावे है।
थाने तो पूजे राजस्थान जियो,
गुजरात जियो ओ खम्मा,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने,
घणी घणी खम्मा राजा रामसापीर ने।।
सुगना भानु पर्चो - Prakash Mali की सुपरहिट प्रस्तुति | Ramdevji Bhajan | Rajasthani Devotional Song
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Song : Sugana Bhanu Parcho
Album : Khamma Khamma Runiche Ra Dhaniya
Singer : Prakash Mali
Lyrics : Kailash Lakhawat
Lable : Shri Krishna Cassettes
Category : Devotional
Sub Category : Baba Ramdevji
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Author - Saroj Jangir
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