मेरी मैया चली असुवन धारा बही विदाई भजन
(मुखड़ा)
मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही,
नौ दिन मैया ने,
बेटों की विपदा हरी,
मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही।।
(अंतरा)
सारे जगत की है महारानी,
भक्तों की श्रद्धा माता ने जानी,
दिल में है खलबली,
असुवन धारा बही,
मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही।।
मैया अतिथि बन कर आई,
जगमग दीपक ज्योत जलाई,
सबकी बिगड़ी बनी,
असुवन धारा बही,
मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही।।
आज विदाई मैया की आई,
भक्तों ने महिमा मैया की गाई,
मन में ज्योत जली,
असुवन धारा बही,
मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही।।
दास ‘हेमेश’ की विनती सुन लो,
सबकी अर्जी माँ पूरी कर दो,
रेवा के तीर चली,
असुवन धारा बही,
मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही।।
(पुनरावृति)
मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही,
नौ दिन मैया ने,
बेटों की विपदा हरी,
मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही।।
माँ की विदाई वाला गीत~Meri Maiya Chali-Hemesh Raj Jabalpur- विसर्जन गीत-Divya Bhajan Youtub Channel