साँसो का क्या भरोसा रुक जाए चलते चलते लिरिक्स Sanso Ka Kya Bharosa Lyrics

साँसो का क्या भरोसा रुक जाए चलते चलते लिरिक्स Sanso Ka Kya Bharosa Lyrics, Dvotional Bhajan by Sarala Dahiya Ji

साँसो का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते
जीवन की जो है ज्योति,
बुझ जाए जलते जलते
साँसो का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते।

जीवन है चार दिन का,
दो दिन की जिंदगानी,
जब आएगा बुढ़ापा,
जाएगा जलते जलते,
साँसो का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते।

समझा ना तू इशारा,
समझा ना खेल सारा,
क्यों तेरी बात बिगड़ी,
हर बार बनते बनते,
साँसो का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते।

तेरे साथ ही रची है,
तेरे करमों कि कमाई,
खो गए हैं बादशाह भी,
यूँ ही हाथ मलते मलते
साँसो का क्या भरोसा,
रुक जाए चलते चलते।

भजन श्रेणी : आध्यात्मिक भजन (Read More : Devotional Bhajan)


||साँसों का क्या भरोसा || चेतावनी भजन ||BY SD||

Saanso Ka Kya Bharosa,
Ruk Jae Chalate Chalate
Jivan Ki Jo Hai Jyoti,
Bujh Jae Jalate Jalate
Saanso Ka Kya Bharosa,
Ruk Jae Chalate Chalate.

Jivan Hai Chaar Din Ka,
Do Din Ki Jindagaani,
Jab Aaega Budhaapa,
Jaega Jalate Jalate,
Saanso Ka Kya Bharosa,
Ruk Jae Chalate Chalate.

Samajha Na Tu Ishaara,
Samajha Na Khel Saara,
Kyon Teri Baat Bigadi,
Har Baar Banate Banate,
Saanso Ka Kya Bharosa,
Ruk Jae Chalate Chalate.

Tere Saath Hi Rachi Hai,
Tere Karamon Ki Kamai,
Kho Gae Hain Baadashaah Bhi,
Yun Hi Haath Malate Malate
Saanso Ka Kya Bharosa,
Ruk Jae Chalate Chalate.


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