इक बार माँ आ जाओ फिर आके भजन
इक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना,
मुझे दरस दिखा जाओ दिखला के चली जाना,
तुझको मेरे गीतों का संगीत बुलाए माँ,
कुछ मेरी भी सुन जाओ कुछ अपनी सुना जाना,
इक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना।
क्या मेरे तड़पने का एहसास नहीं तुमको,
किस बात से रूठी हो इतना तो बता जाना,
इक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना।
अँखिया मेरी रोती हैं एक धीर बंधा जाओ,
मँझधार में हैं नैया इसे पार लगा जाओ,
इक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना।
तेरे द्वार आए हैं ख़ाली नहीं जाऊँगी
ख़ाली है मेरी झोली इसे भर के चली जाना
इक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना।
इक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना,
मुझे दरस दिखा जाओ दिखला के चली जाना,
मुझे दरस दिखा जाओ दिखला के चली जाना,
तुझको मेरे गीतों का संगीत बुलाए माँ,
कुछ मेरी भी सुन जाओ कुछ अपनी सुना जाना,
इक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना।
क्या मेरे तड़पने का एहसास नहीं तुमको,
किस बात से रूठी हो इतना तो बता जाना,
इक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना।
अँखिया मेरी रोती हैं एक धीर बंधा जाओ,
मँझधार में हैं नैया इसे पार लगा जाओ,
इक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना।
तेरे द्वार आए हैं ख़ाली नहीं जाऊँगी
ख़ाली है मेरी झोली इसे भर के चली जाना
इक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना।
इक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना,
मुझे दरस दिखा जाओ दिखला के चली जाना,
भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Mata Rani Bhajan)
|| इक बार माँ आजाओ फिर आके चली जाना || MATARANI BHAJAN || BY SD ||
Singer Sarala Dahiya Ji
माँ का एक दर्शन मात्र जीवन को नई रोशनी दे देता है, बस आ जाओ फिर चली जाना, इतनी सी तो बात है। गीतों का संगीत पुकारता है, कुछ अपनी बात सुनाओ, कुछ मेरी सुन लो, तड़प का एहसास तो होता ही होगा। आँखें नम हैं, नैया मझधार में अटकी है, बस हाथ थाम लो तो पार लग जाए।
खाली झोली भर दो, रूठी क्यों हो इतना, बता तो दो एक बार। द्वार पर खड़े हैं, दौड़कर आओ बस, राह भटक गई तो रास्ता दिखा दो। यह पुकार दिल से निकलती है, जो माँ की कृपा से हर दुख हर ले जाती है।
