बरसों पाप किये है हमने, चुपके चोरी चोरी, इतने पापों को धोने में, वक्त तो लगता है, पावन और निर्मल होने में, वक्त तो लगता है, इतने पापों को धोने में, वक्त तो लगता है।
हमने नफरत के पौधों को, जीवन में सींचा, प्रेम के बीज यहाँ बोने में, वक्त तो लगता है, इतने पापों को धोने में, वक्त तो लगता है।
एक दो चार नहीं तेरी मांगे,
मांग हज़ारो है, इतनी चाहत को पाने में, वक्त तो लगता है, इतने पापों को धोने में, वक्त तो लगता है।
दुनिया के चक्कर में फसा तू, मोह के फंदे में, घर से इस दर तक आने में, वक्त तो लगता है, इतने पापों को धोने में, वक्त तो लगता है।
बरसो पाप किये है हमने, चुपके चोरी चोरी, इतने पापों को धोने में, वक्त तो लगता है,
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi
पावन और निर्मल होने में, वक्त तो लगता है, इतने पापों को धोने में, वक्त तो लगता है।