सब का राखा एक साईं राम
सब का राखा एक साईं राम
सबका राखा एक साईं राम,
मन की तरंग को मार ले, मानस घट में जाकर देख।
सबका राखा एक साईं राम।।
तू जग का रचइता साईं, सब कूट लोह का चलिया,
जन्म मरन सब तेरे करी, तू सारे कर्म करिया।
अलग-अलग है नाम, मगर तू सब में समाया तू।
सबका राखा एक साईं राम।।
दे दे दया की भीख ओ साईं,
माया का बंधन छुटे,
अब दर तेरो न छुटे साईं,
जग छुटे सो छुटे।
मेरा सुबहो शाम तू ही, मन का उजाला तू।
सबका राखा एक साईं राम।।
मन की तरंग को मार ले, मानस घट में जाकर देख।
सबका राखा एक साईं राम।।
तू जग का रचइता साईं, सब कूट लोह का चलिया,
जन्म मरन सब तेरे करी, तू सारे कर्म करिया।
अलग-अलग है नाम, मगर तू सब में समाया तू।
सबका राखा एक साईं राम।।
दे दे दया की भीख ओ साईं,
माया का बंधन छुटे,
अब दर तेरो न छुटे साईं,
जग छुटे सो छुटे।
मेरा सुबहो शाम तू ही, मन का उजाला तू।
सबका राखा एक साईं राम।।
सब का राखा एक सांई - Sab Ka Rakha Ek Sai - Imran Khan & Amrita Talukdar - Sai Bhakti Bhajan 2020
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Song : Sab Ka Rakha Ek Sai - सब का राखा एक सांई
Singer : Imran Khan & Amrita Talukdar - 08982480470 ,09893977887
Lyrics : Imran Khan
Music : Imran Khan
Recoding : Swaranjali Studio, Raipur
Singer : Imran Khan & Amrita Talukdar - 08982480470 ,09893977887
Lyrics : Imran Khan
Music : Imran Khan
Recoding : Swaranjali Studio, Raipur
उस परम शक्ति का सत्य एक ही है, जो सारे संसार का रचयिता है और हर हृदय में समाया हुआ है। वह सभी प्राणियों का रक्षक है, जो जन्म-मरण और कर्मों का संचालक है। चाहे नाम अलग-अलग हों, वह हर रूप में एक ही है, जो मन की सारी तरंगों को शांत कर हृदय को अपने प्रकाश से आलोकित करता है। उसकी उपस्थिति मन को यह अहसास कराती है कि वह हर कण में विद्यमान है, और उसका प्रेम ही जीवन का आधार है।
उस शक्ति की दया की भीख माँगने से माया के बंधन टूट जाते हैं, और मन उसकी शरण में सदा के लिए बस जाता है। उसका द्वार छोड़कर अब कोई और ठौर नहीं, क्योंकि वह ही सुबह-शाम का उजाला है। उसकी कृपा से जीवन का अंधेरा छंट जाता है, और हृदय में एक ऐसी रोशनी जागती है, जो सारे दुखों को हर लेती है।
उस शक्ति की दया की भीख माँगने से माया के बंधन टूट जाते हैं, और मन उसकी शरण में सदा के लिए बस जाता है। उसका द्वार छोड़कर अब कोई और ठौर नहीं, क्योंकि वह ही सुबह-शाम का उजाला है। उसकी कृपा से जीवन का अंधेरा छंट जाता है, और हृदय में एक ऐसी रोशनी जागती है, जो सारे दुखों को हर लेती है।
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Author - Saroj Jangir
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