चलो चलो साई के दरबार में जी चलो शिरडी
चलो चलो साई के दरबार में जी चलो शिरडी के दरबार
चलो चलो साईं के दरबार में,
चलो शिरडी के दरबार,
दर्शन कर लो शिरडी साईंनाथ का।।
वेला, चमेली और गुलाब से,
महके साईं दरबार,
कैसे बखान करूँ,
शिरडी साईंनाथ का।।
सोने के सिंहासन पर बैठे,
मेरे प्यारे साईंनाथ,
सिर पर मेरे रहे हाथ,
सदा साईंनाथ का।।
शिव का ही है इक रूप,
मेरे प्यारे बाबा साईंराम,
चारों दिशा बड़ा धाम,
मेरे साईंनाथ का।।
ले ले तू भी अब सहारा,
हो जाए बेड़ा तेरा पार,
रामलाल सोनी करे,
भजन साईंनाथ का।।
चलो चलो साईं के दरबार में,
चलो शिरडी के दरबार,
दर्शन कर लो शिरडी साईंनाथ का।।
चलो शिरडी के दरबार,
दर्शन कर लो शिरडी साईंनाथ का।।
वेला, चमेली और गुलाब से,
महके साईं दरबार,
कैसे बखान करूँ,
शिरडी साईंनाथ का।।
सोने के सिंहासन पर बैठे,
मेरे प्यारे साईंनाथ,
सिर पर मेरे रहे हाथ,
सदा साईंनाथ का।।
शिव का ही है इक रूप,
मेरे प्यारे बाबा साईंराम,
चारों दिशा बड़ा धाम,
मेरे साईंनाथ का।।
ले ले तू भी अब सहारा,
हो जाए बेड़ा तेरा पार,
रामलाल सोनी करे,
भजन साईंनाथ का।।
चलो चलो साईं के दरबार में,
चलो शिरडी के दरबार,
दर्शन कर लो शिरडी साईंनाथ का।।
चलो चलो साई के दरबार | Latest Sai Bhajan | by अनिता शर्मा | Chalo Sai Ke Darbar | Audio
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भक्त का हृदय जब उस साईं नाथ के शिरडी धाम की ओर पुकारता है, तब वह एक ऐसी गहन भक्ति और उत्साह से भर उठता है, जो उसे उस पवित्र दरबार में दर्शन के लिए प्रेरित करता है। शिरडी का वह धाम, जहाँ वेला, चमेली और गुलाब की सुगंध से सारा वातावरण महकता है, भक्त के लिए स्वर्ग-सा प्रतीत होता है। वह साईं नाथ, जो सोने के सिंहासन पर विराजमान हैं और अपने भक्तों के सिर पर कृपा का हाथ रखते हैं, भक्त के लिए शिव का ही एक रूप है, जिसका नाम चारों दिशाओं में गूंजता है। यह भक्ति का वह मार्ग है, जहाँ भक्त उस साईं के दर्शन की लालसा में डूब जाता है, यह विश्वास रखते हुए कि उसकी कृपा से उसका बेड़ा पार हो जाएगा।
उस साईं के दरबार में हर भक्त अपनी झोली लेकर आता है, और उसकी महिमा को बखानते हुए, उसके भजन गाता है। भक्त का मन इस सत्य में लीन हो जाता है कि साईं का धाम वह पवित्र स्थान है, जहाँ हर दुख मिटता है और हर मनोकामना पूर्ण होती है। वह उस साईं से यही प्रार्थना करता है कि वह उसका अबार ले और उसकी नैया को भवसागर से पार कर दे। यह भक्ति का वह पथ है, जहाँ भक्त उस साईं नाथ के चरणों में अपने तन-मन को अर्पित कर देता है, यह जानते हुए कि उसका दर्शन और उसकी कृपा ही उसके जीवन को सुख, शांति और प्रेम से आलोकित करेगी। राम लाल सोनी की तरह, भक्त उस साईं के भजन में डूबकर, उसके दरबार में बार-बार आने की कामना करता है।
उस साईं के दरबार में हर भक्त अपनी झोली लेकर आता है, और उसकी महिमा को बखानते हुए, उसके भजन गाता है। भक्त का मन इस सत्य में लीन हो जाता है कि साईं का धाम वह पवित्र स्थान है, जहाँ हर दुख मिटता है और हर मनोकामना पूर्ण होती है। वह उस साईं से यही प्रार्थना करता है कि वह उसका अबार ले और उसकी नैया को भवसागर से पार कर दे। यह भक्ति का वह पथ है, जहाँ भक्त उस साईं नाथ के चरणों में अपने तन-मन को अर्पित कर देता है, यह जानते हुए कि उसका दर्शन और उसकी कृपा ही उसके जीवन को सुख, शांति और प्रेम से आलोकित करेगी। राम लाल सोनी की तरह, भक्त उस साईं के भजन में डूबकर, उसके दरबार में बार-बार आने की कामना करता है।
Song: Chalo Sai Ke Darbar
Singer: Anita Sharma ( 8982345391)
Music: Bhola Sida & Praful Behra
Lyricist: Ramlal Soni
Category: Hindi Devotional ( Shyam Bhajan)
Singer: Anita Sharma ( 8982345391)
Music: Bhola Sida & Praful Behra
Lyricist: Ramlal Soni
Category: Hindi Devotional ( Shyam Bhajan)
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Author - Saroj Jangir
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