चिंतन करो सुमिरन करो

चिंतन करो सुमिरन करो

चिंतन करो, सुमिरन करो, साईं की शरण गहो,
साईं बाबा, साईं बाबा, साईं बाबा कहो।
वंदन करो, अर्चन करो, दर्शन सभी करो,
साईं बाबा, साईं बाबा, साईं बाबा कहो।
चिंतन करो, सुमिरन करो, साईं की शरण गहो,
साईं बाबा, साईं बाबा, साईं बाबा कहो।।

साई ध्यान में, साई ज्ञान में, रसपान में रहो,
साईं बाबा, साईं बाबा, साईं बाबा कहो।
चिंतन करो, सुमिरन करो, साईं की शरण गहो,
साईं बाबा, साईं बाबा, साईं बाबा कहो।।

शुभकामना, सद्भावना से याचना करो,
साईं बाबा, साईं बाबा, साईं बाबा कहो।
चिंतन करो, सुमिरन करो, साईं की शरण गहो,
साईं बाबा, साईं बाबा, साईं बाबा कहो।।

साईं साधना, साईं प्रार्थना, साईं वंदना करो,
साईं बाबा, साईं बाबा, साईं बाबा कहो।
चिंतन करो, सुमिरन करो, साईं की शरण गहो,
साईं बाबा, साईं बाबा, साईं बाबा कहो।।


चिंतन करो सुमिरन करो With Lyrics | Anup Jalota | Sai Bhajan 2021 | Sai Baba Divine Song | Sai Bhakti

ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

 
भक्त का हृदय जब उस परम सत्ता के चिंतन, सुमिरन और शरण में डूब जाता है, तब वह एक ऐसी आध्यात्मिक शांति और आनंद का अनुभव करता है, जो उसे सांसारिक बंधनों से मुक्त कर देता है। यह साईं का नाम जपना, उसकी वंदना और अर्चना करना, केवल एक कर्मकांड नहीं, बल्कि एक गहन आंतरिक यात्रा है, जो भक्त को उस सत्य के समीप ले जाती है, जो ज्ञान, प्रेम और रसपान का स्रोत है। भक्त का मन इस विश्वास से परिपूर्ण हो जाता है कि वह साईं ही हर शुभ कामना और सद्भावना का आधार है, जो हर याचना को सुनता और स्वीकार करता है। यह भक्ति का वह पथ है, जहाँ भक्त अपने तन-मन को उस साईं के चरणों में समर्पित कर, उसके दर्शन और सान्निध्य की तलाश में लीन हो जाता है।

उस साईं की साधना और प्रार्थना भक्त के लिए वह दीपक है, जो उसके जीवन के अंधेरे को मिटाकर उसे प्रकाश और प्रेम से भर देता है। यह सुमिरन और वंदना भक्त को उस अनंत शक्ति के साथ जोड़ती है, जो हर प्राणी के हृदय में बसी है। भक्त का मन इस सत्य में डूब जाता है कि वह साईं ही उसका सच्चा मार्गदर्शक और सहारा है, जो उसे हर कठिनाई से पार कराता है। यह भक्ति का वह मार्ग है, जहाँ भक्त निरंतर उस साईं के नाम का जाप करता है, उसकी शरण में रहता है, और उसकी कृपा में डूबकर अपने जीवन को सार्थक और पवित्र बना लेता है। यह साईं का नाम ही उसका सबसे बड़ा धन और सबसे पवित्र आलंबन है, जो उसे सदा सत्य और प्रेम की राह पर ले जाता है।
 
Singer: Anup Jalota
Music Director: Purushottam Das Jalota
Lyrics: Bharat Acharya, Narayan Agarwal
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post