फागण की ग्यारस ने दर्शन तो, किस्मत वाला पावे है, कोई श्याम निशान ले हाथां में, कोई पेट पलणिया जावे है, कदम - कदम पर बाबा थारी, सारा बोले जय जयकार, मेलो लाग्यो श्याम धणी को, भक्तो हो जाओ तैयार।
रींगस से पैदल जावे है, जद थारा ही गुण गावे है, ढप ढोल नगाड़ा बाजे है, सेवकिया नाचे गावे है, केसर रंग गुलाल उड़ावे, करे इत्तर की बौछार, मेलो लाग्यो श्याम धणी को, भक्तो हो जाओ तैयार।
जद फागण मेलो आवे है, म्हाने थारी याद सतावे है, तू सुरेश राजस्थानी ने, मेले में क्यूं ना बुलावे है, मेले में बुलवाले बाबा, थारो मानूंगा उपकार, मेलो लाग्यो श्याम धणी को, भक्तो हो जाओ तैयार।